इंटरनेट कनेक्शन क्या है? और इसके प्रकार – (What Is Internet Connection In Hindi)

Internet Connectivity In Hindi: आज हर व्यक्ति इंटरनेट के बारे में जानता होगा और लगभग लोगों ने किसी न किसी समय इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल किया होगा। इंटरनेट कनेक्टिविटी आज मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, आज की दुनिया में इंटरनेट के बिना कुछ भी संभव नहीं है।

लेकिन बढ़ते इंटरनेट के इस दौर में कई ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, उनमें से एक है इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार। आप अपने डिवाइस को कई तरीकों से इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं, जो इस लेख में शामिल हैं।

यहां तक ​​कि अगर आप अपने घर में इंटरनेट कनेक्शन स्थापित करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण है। आप विभिन्न प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन को समझ सकते हैं और अपने उपयोग के अनुसार सबसे अच्छा कनेक्शन खरीद सकते हैं। तो चलिए इस लेख को शुरू करते हैं और सबसे पहले जानते हैं कि इंटरनेट कनेक्शन क्या है –

इंटरनेट कनेक्शन क्या है? (What Is Internet Connection In Hindi)

जब कोई उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ता है, तो वह किसी न किसी माध्यम का उपयोग करता है। जिस इंटरनेट कनेक्टिविटी के माध्यम से उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ता है, इंटरनेट कनेक्शन कहलाता है। उदाहरण के लिए, यदि आप अपने कंप्यूटर में वाईफाई के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, तो यहां वाईफाई एक इंटरनेट कनेक्शन है। इसी तरह, कई इंटरनेट कनेक्शन हैं जिनके माध्यम से उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ सकता है।

इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार (Types of Internet Connectivity in Hindi)

इंटरनेट का उपयोग करने के लिए, उपयोगकर्ता को इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के सर्वर से कनेक्शन स्थापित करना होगा। उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकता के अनुसार विभिन्न प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग कर सकता है।

आज के समय में लैपटॉप, डेस्कटॉप, मोबाइल फोन, गेमिंग कंसोल, टैबलेट आदि जैसे उपकरणों को इंटरनेट से जोड़ने के कई तरीके हैं, लेकिन सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले इंटरनेट कनेक्शन / इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रकार निम्नलिखित हैं –

  • Dial-up connection
  • Broadband Connection
  • DSL Connection (Digital Subscriber Line)
  • Cable Internet Connections
  • Satellite
  • Leased Line Connection
  • ISDN (Integrated Services Digital Network)
  • VSAT (Very Small Aperture Terminal)
  • Wireless Connection
  • Wi-Fi Hotspot
  • LiFi
  • Mobile Connection

डायल-अप कनेक्शन

डायल-अप कनेक्शन में उपयोगकर्ता को इंटरनेट एक्सेस करने के लिए अपने डिवाइस (कंप्यूटर या मोबाइल) को फोन लाइन से लिंक करने की आवश्यकता होती है। यह एक विशेष प्रकार का कनेक्शन है जिसमें टेलीफोन लाइन के माध्यम से इंटरनेट सेवाएं प्रदान की जाती हैं। डायल-अप कनेक्शन को एनालॉग कनेक्शन भी कहा जाता है।

जब उपयोगकर्ता डायल-अप कनेक्शन के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग करते हैं, तो वे अपने घरेलु फोन सेवा के माध्यम से फोन कॉल करने या प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं क्योंकि डायल-अप कनेक्शन फोन कॉल की अनुमति नहीं देता है। डायल-अप कनेक्शन अन्य इंटरनेट कनेक्शन की तुलना में सस्ता है और इसमें डेटा ट्रांसमिशन की गति भी कम है। इस कनेक्शन में, डेटा को केबीपीएस या एमबीपीएस में मापा जाता है। हालाँकि आज डायल-अप कनेक्शन का उपयोग लगभग गायब हो गया है, यह एक समय में सबसे लोकप्रिय इंटरनेट कनेक्शन हुआ करता था।

ब्रॉडबैंड कनेक्शन

ब्रॉडबैंड, जो ब्रॉड बैंडविड्थ का संक्षिप्त नाम है, एक उच्च गति वाला इंटरनेट कनेक्शन है जिसमें इंटरनेट को कंप्यूटर तक पहुंचाने के लिए कोएक्सिअल केबल, फाइबर ऑप्टिक्स केबल या रेडियो तरंगों का उपयोग किया जाता है।

ब्रॉडबैंड, डायल-अप कनेक्शन के सिंगल लाइन के बजाय डेटा को भेजने के लिए कई चैनलों का उपयोग करता है। ब्रॉडबैंड को व्यापक रूप से प्रयुक्त बैंडविड्थ के रूप में भी जाना जाता है। चूंकि ब्रॉडबैंड लंबी दूरी पर तेजी से डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम है, इसलिए उनकी लागत अन्य कनेक्शनों की तुलना में थोड़ी अधिक होती है। ब्रॉडबैंड पुराने डायल-अप कनेक्शन की आवश्यकता को समाप्त करके उपयोगकर्ता को एक बेहतर इंटरनेट एक्सेस अनुभव प्रदान करता है।

DSL कनेक्शन (डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन कनेक्शन)

डीएसएल यानी डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन यह एक प्रकार का ब्रॉडबैंड कनेक्शन है। इसमें कार्यालयों या घरों में पहले से मौजूद तांबे के तार वाली टेलीफोन लाइन का उपयोग इंटरनेट को कंप्यूटर तक पहुंचाने के लिए किया जाता है। डायल-अप कनेक्शन के विपरीत, डीएसएल कनेक्शन में उपयोगकर्ता इंटरनेट एक्सेस करते समय फोन कॉल कर सकते हैं या कॉल प्राप्त कर सकते हैं।

डीएसएल मोडेम टेलीफोन लाइन से प्राप्त कमजोर सिग्नल को मजबूत सिग्नल में बदल देता है, ताकि उपयोगकर्ता डेटा को तेजी से डाउनलोड या अपलोड कर सकें। डीएसएल कनेक्शन में यूजर को 128 केबीपीएस से लेकर 2एमबीपीएस तक की स्पीड मिलती है।

केबल इंटरनेट कनेक्शन

केबल इंटरनेट कनेक्शन भी ब्रॉडबैंड कनेक्शन का एक रूप है। इस प्रकार के कनेक्शन में उपयोगकर्ता केबल टीवी लाइनों पर केबल मॉडेम के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं। अगर आप टेलीविजन के साथ-साथ इंटरनेट सेवाओं का लाभ लेना चाहते हैं तो केबल इंटरनेट कनेक्शन आपके लिए एक अच्छा विकल्प है। केबल मोडेम 1.5 एमबीपीएस की गति से डेटा संचारित करने में सक्षम हैं।

सैटेलाइट (सैटेलाइट कनेक्टिविटी)

सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन में सैटेलाइट की मदद से इंटरनेट सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इंटरनेट सुविधा उन क्षेत्रों में सैटेलाइट के माध्यम से प्रदान की जाती है जहां अभी तक ब्रॉडबैंड कनेक्शन सेवा उपलब्ध नहीं है। यह एक वायरलेस इंटरनेट कनेक्शन है और वायरलेस कनेक्शन की तरह, यह इंटरनेट के लिए एक मॉडेम का उपयोग करता है।

लीज्ड लाइन कनेक्शन

लीज लाइन कनेक्शन एक टेलीफोन लाइन के माध्यम से कंप्यूटर और IPS (इंटरनेट सेवा प्रदाता) के सर्वर से जुड़ा है। इस कनेक्शन में एक या एक से अधिक टेलीफोन लाइन को एक उपयोगकर्ता द्वारा लंबे समय के लिए लीज पर लिया जाता हैं। जिससे कि यूजर को समान स्पीड पर इंटरनेट कनेक्शन अवेलेबल रहता है।

लीज लाइन कनेक्शन का उपयोग केवल उसी उपयोगकर्ता द्वारा किया जा सकता है जिसने इसे लीज पर लिया है। यह 24 घंटे चलने वाला इंटरनेट कनेक्शन है, इसलिए इसकी कीमत भी अधिक है।

ISDN (इंटीग्रेटेड सर्विस डिजिटल नेटवर्क)

आईएसडीएन कनेक्शन उपयोगकर्ता को डिजिटल टेलीफोन लाइन या एक मानक टेलीफोन लाइन पर डेटा, आवाज या वीडियो सामग्री भेजने की अनुमति देता है। एक आईएसडीएन कनेक्शन स्थापित करने के लिए, दोनों सिरों पर एक आईएसडीएन एडाप्टर की आवश्यकता होती है, यानी उपयोगकर्ता के साथ-साथ इंटरनेट एक्सेस प्रदाता को भी एक आईएसडीएन एडाप्टर की आवश्यकता होती है।

आईएसडीएन कनेक्शन डायल-अप कनेक्शन की तुलना में बहुत तेजी से डेटा संचारित करता है और डायल-अप की तुलना में इनकी कीमत भी अधिक है।

VSAT (वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल)

VSAT एक ऐसी तकनीक है जिसमें सैटेलाइट के माध्यम से उपयोगकर्ता को इंटरनेट दिया जाता है। VSAT में एक एंटीना होता है जिसका आकार 1 मीटर या उससे कम होता है। इस एंटीना के माध्यम से सैटेलाइट से प्राप्त सिंगल को उपयोगकर्ता तक पहुँचाया जाता है। उपयोगकर्ता प्राप्त सिग्नल का उपयोग करके इंटरनेट सेवा प्रदाता से कनेक्शन बना सकता है और इंटरनेट एक्सेस कर सकता है।

वीएसएटी कनेक्शन स्थापित करना बहुत महंगा है। वीएसएटी का प्रयोग कर कोई भी कंपनी किसी भी भौगोलिक क्षेत्र में अपना नेटवर्क स्थापित कर सकती है। जिस माध्यम के बीच वीएसएटी के द्वारा सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है उसे हब कहते हैं।

वायरलेस कनेक्शन

एक वायरलेस कनेक्शन में, इंटरनेट सेवा प्रदाता रेडियो सिग्नल के माध्यम से इंटरनेट को उपयोगकर्ता तक पहुंचाता है। इस प्रकार के कनेक्शन में किसी तार का उपयोग नहीं किया जाता है। वायरलेस कनेक्शन का उपयोग उन जगहों पर किया जाता है जहां टेलीफोन लाइन या केबल द्वारा इंटरनेट की सुविधा पहुँचाना असंभव होता है। यदि वायरलेस कनेक्शन नेटवर्क कवरिंग क्षेत्र में नहीं है तो यह काम नहीं करता है।

Wi-Fi Hotspot (वाई-फाई कनेक्टिविटी)

वाई-फाई, जिसका पूरा नाम वायरलेस फिडेलिटी है, एक वायरलेस कनेक्शन है। यह एक राऊटर के द्वारा वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (लेन) में इंटरनेट की सुविधा प्रदान करवाता है। हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करने के लिए वाईफाई रेडियो सिग्नल का उपयोग करते है।

वाई-फाई की मदद से उपयोगकर्ता अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे कंप्यूटर, मोबाइल, प्रिंटर, वीडियो कैमरा आदि को इंटरनेट से जोड़कर डेटा का आदान-प्रदान कर सकते हैं।

LiFi (लाई-फाई कनेक्टिविटी)

Li-Fi, जिसका पूरा नाम लाइट फिडेलिटी है। यह भी वाईफाई की तरह एक वायरलेस इंटरनेट कनेक्शन है, जिसके जरिए आप अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं। लाइट का उपयोग लाई-फाई में डेटा संचारित करने के लिए किया जाता है। इसमें घरेलू एलईडी ब्लब राउटर का काम करता है। लाई-फाई तकनीक का प्रयोग उन जगहों पर अधिक किया जाता है जहां रेडियो तरंगों में अवरोध उत्पन्न होता है।

लाई-फाई वाई-फाई की तुलना में बहुत अधिक गति से डेटा संचारित करने में सक्षम है। लेकिन लाई-फाई का क्षेत्र बहुत सीमित है। आप इसे केवल एक कमरे में ही इस्तेमाल कर सकते हैं। लाई-फाई कनेक्शन के माध्यम से इंटरनेट एक्सेस करने के लिए, लाइट चालू होनी चाहिए। अगर लाइट बंद है तो आप लाई-फाई का इस्तेमाल नहीं कर सकते।

मोबाइल कनेक्शन

कई सेल फोन और स्मार्टफोन प्रदाता इंटरनेट तक पहुंचने के लिए विशेष प्लान पेश करते हैं। यूजर्स इन प्लान्स को अपने इस्तेमाल के हिसाब से खरीदकर इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं। मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन अच्छी गति प्रदान करते हैं।

FAQs

इंटरनेट कनेक्टिविटी क्या है? समझाइए
इंटरनेट कनेक्टिविटी मोबाइल या कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने की क्रिया है। कनेक्टिविटी के जरिए कोई भी यूजर अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन के जरिए इंटरनेट से कनेक्ट होकर इंटरनेट एक्सेस कर पाता है।

डायल-अप कनेक्शन क्या है?
डायल-अप एक इंटरनेट कनेक्शन है जिसमें टेलीफोन लाइन के माध्यम से उपयोगकर्ता अपने डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट कर सकता है और इंटरनेट का उपयोग कर सकता है।

इंटरनेट कनेक्टिविटी कितने प्रकार की होती है?
इंटरनेट कनेक्टिविटी के प्रकार है – Dial-up connection,Broadband Connection, DSL Connection (Digital Subscriber Line), Cable Internet Connections, Satellite , Leased Line Connection, ISDN (Integrated Services Digital Network), VSAT (Very Small Aperture Terminal), Wireless Connection, Wi-Fi Hotspot, LiFi, Mobile Connection

यह भी पढ़ें –

लेख के बारे में

अब जब आप समझ गए होंगे कि इंटरनेट कनेक्शन क्या है और इंटरनेट कनेक्टिविटी कितने प्रकार की होती है। आशा है कि आपको इस लेख (Internet Connectivity In Hindi) से कुछ नया सीखने को मिला होगा। अगर आपके मन में अभी भी कोई शंका है या आपका कोई सुझाव है तो आप बेझिझक हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। अगर आपको इस लेख (Internet Connectivity In Hindi) में दी गई जानकारी पसंद आई है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करें।

Leave a Comment