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Surya Mandir Kahan Sthit Hai | Surya Mandir Kaha Hai

सूर्य मंदिर कहां स्थित है, सूर्य मंदिर कहां पर स्थित है (सूर्य मंदिर कहां है) – Surya Mandir Kaha Hai

Surya Mandir Kahan Sthit Hai: भारत में सूर्य देव के चार मुख्य मंदिर हैं। इनमें उड़ीसा का कोणार्क सूर्य मंदिर, राजस्थान के झालरापाटन का सूर्य मंदिर, गुजरात के मेहसाणा को मोढेरा सूर्य मंदिर और कश्मीर का मार्तंड मंदिर शामिल है। आज के इस लेख में हम आपको पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा मशहूर है कोणार्क सूर्य मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते है यह सूर्य मंदिर कहां है (Surya Mandir Kaha Hai) –

भारत में सूर्य मंदिर कहां पर स्थित है (Surya Mandir Kahan Par Sthit Hai)

कोणार्क मंदिर सूर्य देव को समर्पित है। यह पूरी दुनिया में मशहूर है। देश और दुनियाभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कोणार्क में सूर्य देव के दर्शन और मंदिर के अवलोकन के लिए आते हैं। वर्ष 1984 में, कोणार्क मंदिर को यूनेस्को द्वारा विविश्व धरोहर स्थल की मान्यता दी गई थी।

कोणार्क मंदिर भारत के ओडिशा राज्य में जगन्नाथ पुरी से 35 किलोमीटर दूर कोणार्क शहर में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण कलिंग वास्तु कला के तहत किया गया है। यह मंदिर बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट से बना है। कोणार्क दो शब्दों कोण अर्क से मिलकर बना है। अर्क का अर्थ है सूर्य देव। सूर्यदेव इस मंदिर में रथ पर सवार हैं।

मान्यता है कि यहां भगवान के साक्षात दर्शन होते हैं। वहीं, इस मंदिर में 52 टन का चुम्बक लगा हुआ है, अनूठी मूर्तिकला और इससे जुड़ी कहानियां इस मंदिर को खास बनाती हैं। यह विशाल मंदिर एक बड़े रथ और पत्थर के पहियों के आकार में बना है। यहां सूर्योदय की पहली किरण मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर पड़ती है।

कोणार्क मंदिर के निर्माण को लेकर इतिहासकारों में मतभेद है। कई जानकारों का कहना है कि कोणार्क मंदिर का निर्माण गंग वंश के शासक राजा नृसिंहदेव ने करवाया था। वर्तमान में मंदिर के अधूरे ढांचे का मुख्य कारण राजा नृसिंहदेव की मृत्यु को माना जाता है। जानकारों के मुताबिक, कोणार्क मंदिर का निर्माण साल 1260 में हुआ था। वहीं, राजा नृसिंहदेव का शासन काल 1282 तक चला था।

मंदिर स्थापना कथा (Mandir Sthapana Katha)

किंवदंती है कि भगवान कृष्ण के पुत्र साम्ब को श्राप मिला था। उन्हें कोढ़ रोग था। बाद में, साम्ब ने मित्रवन में चंद्रभागा नदी के संगम पर भगवान सूर्यदेव की घोर तपस्या की। भगवान सूर्य को वैद्य माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान सूर्य की पूजा करने से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है। इसलिए साम्ब ने भी सूर्य देव की कठोर भक्ति करके उन्हें प्रसन्न किया। उस समय भगवान सूर्य ने प्रसन्न होकर साम्ब को ठीक कर दिया। इसके बाद, साम्ब ने कोणार्क में सूर्य भगवान का एक मंदिर बनाने का फैसला किया। ऐसा कहा जाता है कि जब साम्ब चंद्रभागा नदी में स्नान कर रहे थे, तो उन्हें सूर्य देव की एक मूर्ति मिली, जिसे वास्तु विशेषज्ञ विश्वकर्मा ने बनवाया था। बाद में, साम्ब ने मित्रवन में सूर्य मंदिर का निर्माण किया।

FAQs For Surya Mandir Kaha Par Hai

सूर्य मंदिर के लिए कौन सा प्रसिद्ध है?
सूर्य मंदिर के लिए कोणार्क सूर्य मंदिर प्रसिद्ध है।

सूर्य मंदिर कहां स्थित है?
भारत के ओडिशा राज्य के जगन्नाथ पुरी से 35 किलोमीटर दूर कोणार्क शहर में स्थित है।

सूर्य मंदिर कौन से राज्य में स्थित है?
ओडिशा राज्य में सूर्य मंदिर स्थित है।

सूर्य का मंदिर कहां है?
सूर्य का मंदिर कोणार्क शहर में है।

भारत में सूर्य मंदिर कितने हैं और कहां कहां है?
भारत में चार सूर्य मंदिर प्रमुख है – इनमे उड़ीसा का कोणार्क सूर्य मंदिर, राजस्थान के झालरापाटन का सूर्य मंदिर, गुजरात के मेहसाणा को मोढेरा सूर्य मंदिर और कश्मीर का मार्तंड मंदिर शामिल है।

कोणार्क का सूर्य मंदिर कौन से राज्य में स्थित है?
कोणार्क का सूर्य मंदिर भारत के ओडिशा राज्य में स्थित है।

सूर्य मंदिर राजस्थान के कौन से जिले में है?
सूर्य मंदिर राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित है।

कोणार्क मंदिर का दूसरा नाम क्या है?
कोणार्क मंदिर का दूसरा नाम ब्लैक पैगोडा है।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको सूर्य मंदिर कहां स्थित है (Surya Mandir Kahan Sthit Hai) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख सूर्य मंदिर कहां पर है अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।

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