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प्राथमिक रंग किसे कहते हैं, प्राथमिक रंग कितने होते हैं - Bhagymat

प्राथमिक रंग किसे कहते हैं, प्राथमिक रंग कितने होते हैं, प्राथमिक रंग कौन कौन से हैं?

प्राथमिक रंग कितने होते हैं – प्राथमिक रंग किसे कहते हैं, प्राथमिक रंग कितने होते हैं, प्राथमिक रंग कौन कौन से हैं, प्राथमिक श्रेणी में कितने रंग होते हैं आदि ये प्रश्न परीक्षाओ में पूछे जाते है, इसलिए इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए।

इसलिए आज के इस लेख में हम आपको प्राथमिक रंग के बारे में जानकारी देने वाले है, जिसमे आप जानेंगे की प्राथमिक रंग की परिभाषा क्या है, प्राथमिक रंग कितने प्रकार के होते हैं, तो आइये जानते है प्राथमिक रंग कौन कौन से हैं (Prathmik Rang Kaun Kaun Se Hai) –

प्राथमिक रंग किसे कहते हैं हिंदी में (Prathmik Rang Kise Kahate Hai)

प्रकाश के वे रंग है, जो किन्ही अन्य रंगो के मिश्रण द्वारा प्राप्त नहीं किये जा सकते तथा जो स्वयं स्वतंत्र होते हैं, प्राथमिक रंग या मूल रंग कहलाते हैं। प्राथमिक रंग को मूल रंग भी कहते है।

प्राथमिक रंग कितने होते हैं इन हिंदी (Prathmik Rang Kitne Hote Hain)

प्राथमिक रंग किसी अन्य रंग के मिश्रण से नहीं बनते, बल्कि अन्य रंग उनके मिश्रण से बनते हैं, मूलतः 3 प्राथमिक रंग होते हैं – लाल, हरा और नीला।

यदि मुख्य 7 रंगों को समान अनुपात में मिलाया जाए तो सफेद रंग बनता है, सात रंगों को मिलाने से प्रकाश बनता है, ये हैं “बैंगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी, लाल”।

एक रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि प्रकाश में सात रंग होते हैं। अगर हम प्रकाश को प्रिज्म से गुजारें तो सामने किसी आधार पर सातों रंग अलग-अलग देख सकते हैं। ये रंग हैं लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला और बैंगनी।

अतः प्राथमिक रंग है – लाल (Red), हरा (Green) और नीला (Blue)।

द्वितीयक रंग किसे कहते हैं (Dwitiya Rang Kise Kahate Hai)

दो प्राथमिक रंगों को समान मात्रा में मिलाने से बनने वाले रंग द्वितीयक रंग (Dwitiya Rang) कहलाते हैं।

द्वितीयक रंग कितने होते हैं (Dwitiya Rang Kitne Hote Hai)

द्वितीयक रंग तीन होते है, ये रंग है – नारंगी, हरा और बैंजनी।

FAQs

प्राथमिक रंग से आप क्या समझते हैं?
प्रकाश के वे रंग है, जो किन्ही अन्य रंगो के मिश्रण द्वारा प्राप्त नहीं किये जा सकते तथा जो स्वयं स्वतंत्र होते हैं, प्राथमिक रंग या मूल रंग कहलाते हैं।

प्राथमिक रंग किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं?
प्रकाश के वे रंग है, जो किन्ही अन्य रंगो के मिश्रण द्वारा प्राप्त नहीं किये जा सकते तथा जो स्वयं स्वतंत्र होते हैं, प्राथमिक रंग या मूल रंग कहलाते हैं। प्राथमिक रंग तीन प्रकार (लाल, हरा और नीला) होते है।

प्राथमिक रंग कौन कौन से हैं?
प्राथमिक रंग है – लाल, हरा और नीला।

प्राथमिक श्रेणी में कितने रंग होते हैं?
प्राथमिक श्रेणी में तीन रंग (लाल, हरा और नीला) होते है।

तीन प्रारंभिक रंग कौन से हैं?
तीन प्रारंभिक रंग है – लाल, हरा और नीला।

प्राथमिक एवं द्वितीयक रंग कौन कौन से होते हैं?
प्राथमिक रंग लाल, हरा, नीला और द्वितीयक नारंगी, हरा और बैंजनी है।

द्वितीयक रंग कैसे बनता है?
द्वितीयक रंग (Secondary Colour) दो प्राथमिक रंगों के मिश्रण से बनता है।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको प्राथमिक रंग किसे कहते हैं, प्राथमिक रंग कितने प्रकार के होते हैं (Prathmik Rang Kitne Prakar Ke Hote Hai) के बारे में जानकारी दी है। साथ ही इस विषय से सम्बंधित अन्य जानकारी भी प्रदान की है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख प्राथमिक श्रेणी में कितने रंग होते हैं (Prathmik Shreni Me Kitne Rang Hote Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।

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