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ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए (Om Namah Shivay Jap)

ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए और ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप कैसे करना चाहिए?

Om Namah Shivay Jap Kab Karna Chahiye: शास्त्रों के अनुसार “ओम नमः शिवाय” का जाप करने से भगवान भोलेनाथ बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और इस मंत्र का जाप करने से आपके सभी दुख, कष्ट समाप्त हो जाते हैं और भगवान शिवशम्भू की असीम कृपा आप पर बरसने लगती है।

सोमवार का दिन भगवान शिव का वार माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सोमवार के दिन अगर सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा की जाए तो सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

यह भी माना जाता है कि सोमवार के दिन शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाने और रुद्राक्ष की माला से 108 बार ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करने से भगवान शिव शंकर की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

लेकिन इसके लिए जरुरी है की ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए और ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप कैसे करना चाहिए?

आज के इस लेख में हम आपको ओम नमः शिवाय का जाप कब और कैसे करना चाहिए के बारे में जानकारी देने वाले है, इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे, तो आइये जानते है –

ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए (Om Namah Shivay Ka Jaap Kab Karna Chahiye)

ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप आप कभी भी श्रद्धापूर्वक कर सकते हैं। बस मन की पवित्रता तथा तन की शुद्धता आवश्यक है। किसी विशेष मनोकामना के लिए सोमवार के दिन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।

इस मंत्र का जाप करने के लिए सूर्योदय का समय सबसे अच्छा माना जाता है, इस समय जाप करने से शीघ्र लाभ मिलता है। वैसे इस मंत्र का जाप आप किसी भी समय कर सकते हैं, इसके लिए कोई मनाही नहीं है। इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए ताकि आपको सर्वोत्तम परिणाम मिल सकें।

इसका जाप आप मंदिर, घर, ऑफिस आदि किसी भी स्थान पर कर सकते हैं। अगर आपका मन चिंतित रहता है तो आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं, इससे आपको शांति मिलेगी और सकारात्मकता बढ़ेगी। इस मंत्र के जाप के और भी कई फायदे हैं, जैसे इसके जाप से आनंद की अनुभूति होती है, नकारात्मकता दूर होती है, शांति महसूस होती है, इंद्रियों पर नियंत्रण बढ़ता है। यह ग्रहों के बुरे प्रभाव को भी ख़त्म करता है, मृत्यु के भय को दूर करता है।

ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप कैसे करना चाहिए (Om Namah Shivay Mantra Ka Jaap Kaise Karna Chahiye)

शास्त्रों के अनुसार इस मंत्र का जाप किसी शिव मंदिर, तीर्थ या घर में साफ, शांत और एकांत स्थान पर बैठकर करना चाहिए। ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप प्रतिदिन कम से कम 108 बार रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए, क्योंकि रुद्राक्ष भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है।

यदि आप पवित्र नदी के तट पर शिवलिंग की स्थापना और पूजा करने के बाद जप करेंगे तो इसका फल सर्वोत्तम होगा। शिव के मंत्र ‘ओम नमः शिवाय’ का जाप किसी भी समय किया जाता है। इसके उच्चारण से सभी इंद्रियां जागृत हो जाती हैं। ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र धार्मिक लाभ के अलावा स्वास्थ्य लाभ भी देता है। जप सदैव पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करना चाहिए।

ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करने के लिए अपने आप को बाहरी और आंतरिक रूप से शुद्ध कर ले। अपना स्थान या आसन साफ-सुथरा रखें। भगवान शिव की तस्वीर या मूर्ति के सामने फूल चढ़ाएं, फिर धूप, अगरबत्ती, गुग्गल आदि की सुगंध दें। इसके बाद प्रतिदिन 108 बार ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।

ओम नमः शिवाय मंत्र जाप के लाभ (Om Namah Shivay Jaap Ke Labh)

ओम नमः शिवाय आपके दैनिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में मदद करता है। जब आप इस मंत्र का जाप करते हैं, तो आप अपने आस-पास की सभी नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर रहे होते हैं व सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर रहे होते हैं।

जिन दिनों आप बहुत अधिक तनाव महसूस कर रहे हों, उस दिन आपको ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करना चाहिए। यह स्ट्रेस बस्टर के रूप में कार्य करता है और आपके दिमाग को शांत करता है साथ ही आराम करने में मदद करता है।

ओम नमः शिवाय एक शक्तिशाली मंत्र है। इसके जाप से आपको अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है। यह आपको अपने जीवन के लिए एक दिशा भी देता है और आपको खुद को बेहतर ढंग से समझने में सहायता करता है।

‘ओम नमः शिवाय’ का जाप करके आप ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कुछ हद तक कम कर सकते हैं।

ई लोगों को असामयिक मृत्यु का भय रहता है। इस मंत्र का जाप करने से न केवल यह भय दूर होता है बल्कि अकाल मृत्यु की संभावना भी कम हो जाती है।

FAQs

ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप कैसे करें?
इस मंत्र का जाप किसी शिव मंदिर, तीर्थ या घर में साफ, शांत और एकांत स्थान पर बैठकर करना चाहिए। ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप प्रतिदिन कम से कम 108 बार रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए, क्योंकि रुद्राक्ष भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। जप सदैव पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करना चाहिए।

क्या हम बिना स्नान किए ओम नमः शिवाय का जाप कर सकते हैं?
नहीं, बिना स्नान किए ओम नमः शिवाय का जाप नहीं कर सकते हैं।

ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए?
ओम नमः शिवाय का जाप आप कभ भी कर सकते है, लेकिन सूर्योदय के समय जाप करना अच्छा रहेगा।

ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
ओम नमः शिवाय का 108 बार जाप करना चाहिए।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए और ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप कैसे करना चाहिए के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख ओम नमः शिवाय जप (Om Namah Shivay Jap) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।

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