मायावी शक्ति प्राप्त करने का मंत्र – दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र

मायावी शक्ति प्राप्त करने का मंत्र – कई लोग ऐसे होते हैं जिनका शरीर दिखने में हष्ट-पुष्ट दिखता है, लेकिन उनके शरीर में कोई ताकत नहीं होती है। लोग अपने शरीर को ताकतवर बनाने के लिए अपने खान-पान पर बहुत ध्यान देते हैं, फिर भी उन्हें उतनी शक्ति नहीं मिल पाती, जितनी वे चाहते हैं। हम अपने कमजोर शरीर के कारण दूसरे लोगों से डरते हैं, क्योंकि वो लोग हमसे कई गुना ज्यादा ताकतवर हैं और हम उन लोगों का सामना नहीं कर पाते है।

आज के इस लेख में हम आपको मायावी शक्ति प्राप्त करने का मंत्र – दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र अलावा कुछ अधिक जानकारी भी इस लेख में देने वाले है, इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे, तो आइये जानते है –

दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र (Divy Shakti Prapt Karne Ka Mantra)

दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र गायंत्री मंत्र है और गायंत्री मंत्र कुछ इस प्रकार है –

ऊँ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

गायत्री मंत्र सभी मंत्रों में सबसे दिव्य और चमत्कारी है। यह जप बहुत शीघ्र फल देता है। गायत्री मंत्र विद्या का उपयोग ईश्वर की भक्ति, ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति, दैवीय कृपा के साथ-साथ सांसारिक और भौतिक सुख-सुविधाओं, धन की इच्छा के लिए किया जा सकता है।

मायावी शक्ति प्राप्त करने का मंत्र (Mayavi Shakti Prapt Karne Ka Mantra)

मायावी शक्ति प्राप्त करने का मंत्र है –

ॐ सूर्यपुत्राय विद्महे महाकालाय धीमहि तन्नो यमःप्रचोदयात्

ॐ चतु्र्मुखाय विद्महे हंसारुढ़ाय धीमहि तन्नो ब्रह्मा प्रचोदयात्

ॐ जलबिम्बाय विद्महे नीलपुरुषाय धीमहि तन्नो ब्रह्मा प्रचोदयात्

सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि

गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तु ते

मंत्र जाप विधि –

इस मंत्र का जाप आपको सुबह स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनकर करना है। स्नान आदि करने के बाद किसी एकांत स्थान पर आसन बिछाकर बैठ जाएं। अब इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। कुछ दिनों तक नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से आप खुद को जादुई मायावी प्राप्त होता हुआ महसूस करेंगे। इस मंत्र का जाप करने से शरीर को ताकत मिलेगी साथ ही आपके परिवार के सदस्यों का भी कल्याण होगा। ईश्वर की कृपा सदैव आपके साथ रहेगी।

भगवान की शक्ति कैसे मिलती है (Bhagwan Ki Shakti Kaise Milti Hai)

भगवान जैसी अलौकिक और चमत्कारी शक्ति पाने के लिए सबसे पहले कुंडलिनी जागरण के बारे में जानना होगा। चमत्कारी शक्तियां प्राप्त करने के लिए जागरण चक्र (जागरण) से गुजरते हुए कुंडलिनी को जागृत करना होगा। कुंडलिनी हमारे शरीर में रीढ़ की हड्डी के नीचे वलयाकार आकार में मौजूद होती है।

यह वर्तुल स्थिति में घूमता रहती है। इस कुण्डलिनी को जागृत करना बहुत कठिन कार्य है। यदि एक बार कुण्डलिनी जागृत हो जाये, तो व्यक्ति में भविष्य देखने की क्षमता भी आ जाती है। इस प्रकार ईश्वर की शक्ति प्राप्त होती है।

अलौकिक शक्ति के चमत्कार (Alokik Shakti Ke Chamtkar)

अलौकिक शक्ति प्राप्त होने पर व्यक्ति भूत, भविष्य और वर्तमान में होने वाली घटनाओं के बारे में पहले ही जान सकता है। वह व्यक्ति कोई भी चमत्कार करने में सक्षम होता है। व्यक्ति बहुत ताकतवर हो जाता है।

  • अलौकिक शक्ति प्राप्त करने के बाद व्यक्ति बिना किसी उपकरण के किसी से भी संपर्क कर सकता है।
  • अलौकिक शक्ति प्राप्त होने पर इंसान इतिहास और भविष्य जान सकता है।
  • अलौकिक शक्ति प्राप्त करने के पश्चात व्यक्ति किसी भी वस्तु को बिना छुए ही हिला सकता है।
  • अलौकिक शक्ति प्राप्त कर किसी विषय के बारे में न जानते हुए भी उस पर लिखने की क्षमता रख सकता है।
  • अलौकिक शक्ति प्राप्त करने के बाद एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति की भावनाओं को समझ और महसूस कर सकता है।
  • अलौकिक शक्ति प्राप्त करने के बाद व्यक्ति अपने शरीर को छोड़कर पुनः उसमें प्रवेश कर सकता है।
  • अलौकिक शक्ति प्राप्त होने के बाद व्यक्ति में ये सभी चमत्कार दिखाई देते हैं।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको मायावी शक्ति प्राप्त करने का मंत्र – दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र के बारे में जानकारी दी है। इसके अलावा इस विषय से सम्बंधित अधिक जानकारी भी उपलब्ध कराई है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख मायावी शक्ति प्राप्त करने का मंत्र – दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।

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