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Majedar Kahaniya In Hindi | Majedar Kahani | Kahani Majedar

मजेदार कहानी | मजेदार कहानियाँ | मजेदार स्टोरी इन हिंदी – Funny Story in Hindi

Majedar Kahaniya In Hindi: मजेदार कहानियों से बच्चे हंसते-खिलखिलाते पढ़ाई में रुचि लेते हैं और हर काम को लगन से करते हैं। बच्चों के लिए मजेदार कहानियां न केवल उनका मनोरंजन करती हैं बल्कि उनके बौद्धिक विकास में भी मदद करती हैं। यही कारण है कि हम बच्चों के लिए मजेदार कहानियों लेकर आए हैं।

यहां आपको ऐसी कहानियां भी मिलेंगी जिन्हें पढ़कर या सुनकर कई पीढ़ियां बड़ी हुई हैं। मजेदार प्रेरक कहानियां इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि ये आज के दौर में बच्चों को खुलकर हंसने का अवसर देती हैं। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में बच्चों पर हमेशा आगे रहने का दबाव इस कदर है कि उनका बचपन कहीं खोता जा रहा है।

इसके अलावा इन कहानियों के जरिए आप अपने बच्चों के प्रति स्नेह व्यक्त कर सकते हैं। इससे संतान भी प्रसन्न रहेगी और माता-पिता के साथ उसका सकारात्मक जुड़ाव भी बढ़ेगा। तो आइए जानते है मजेदार कहानी इन हिंदी (Majedar Kahani In Hindi) –

चतुर खरगोश और शेर की कहानी (Chatur Khargosh Aur Sher Ki Kahani Majedar)

एक बार की बात है एक शेर था। वह शक्तिशाली होने के कारण जंगल का राजा था। शेर दिन में कई जानवरों का शिकार कर उन्हें खा जाता था। जंगल के सारे जानवर उससे डरते थे। उन्हें इस बात की भी चिंता थी कि शेर बहुत जल्दी उन्हें भी मारकर खा जाएगा क्योंकि शेर बड़े पैमाने पर जानवरों को मार रहा था।

इसलिए वे सभी एक हो जाते हैं और शेर से जानवरों का शिकार बंद करने की गुहार लगाने की प्लानिंग बनाते हैं, वे खुद शेर को रोजाना एक जानवर मुहैया कराएंगे, ऐसा विचार शेर के सामने रखने की योजना बनाते है।

सभी जानवर साहस जुटाकर शेर के सामने जाते है और अपना विचार रखते हैं। शेर उनकी बात मान लेता है। अब सभी जानवर प्रतिदिन एक जानवर शेर के पास भेजने लगे।

ऐसे करते करते एक दिन खरगोश का नंबर आता है। अब खरगोश को शेर का भोजन बनाना होता है, लेकिन खरगोश बहुत चालाक था और शेर का आहार नहीं बनना चाहता था। इसलिए वह शेर की गुफा में काफी देर से पहुँचता है, जब खरगोश शेर की गुफा में पहुँचता है तब तक शाम हो जाती है।

शेर काफी देर से अपने खाने का इंतजार कर रहा था, जिससे उसे गुस्सा आ गया। शेर ने बहुत गुस्से से दहाड़ा क्योकि वह बहुत भूखा था और खरगोश भी बहुत छोटा था।

फिर खरगोश ने कहा, “महामहिम” उन्होंने मुझ सहित छह लोगों को भेजा था लेकिन रास्ते में एक शेर आया और खुद को जंगल का राजा बताया और पांच खरगोश को खा गया। और मुझे आपको बताने के लिए भेजा।

यह सुनकर, शेर को गुस्सा आ गया और उसने खरगोश को उस शेर के पास ले जाने के लिए कहा। अब खरगोश शेर को कुएँ के पास ले गया और कहा की शेर इसके अंदर है। शेर ने कुएँ में देखा और अपनी ही परछाई को एक और शेर समझ लिया और उस पर दहाड़ने लगा।

जैसे ही शेर ने दहाड़ा तो कुएं में दिख रही परछाई भी दहाड़ती दिखाई दी। अब शेर को और भी गुस्सा आ गया और बिना सोचे समझे उसे मारने के लिए कुएं में कूद गया। जिससे डूबने के कारण उसकी मौत हो गयी।

तो इस तरह खरगोश ने खुद को और अन्य जानवरों को शेर के हाथों से बचा लिया।

शिक्षा – समस्या पर ध्यान देने के बजाय समाधान पर ध्यान दें।

तीन मछलियाँ मजेदार स्टोरी इन हिंदी (Three Fish Funny Story in Hindi)

एक तालाब में तीन मछलियाँ रहती थीं। वे अच्छी दोस्त थी। पहले वाली बड़ी समझदार थी। वह हर काम सोच-समझकर ही करते थी। दूसरा बहुत ही हंसमुख, कुशल और बुद्धिमान थी। वह हमेशा अपने तेज दिमाग से समस्याओं का समाधान ढूंढती थी। तीसरा भाग्य में विश्वास करती थी। उसका सोचा था कि जो होना है वह होकर रहेगा, उसे कोई नहीं बदल सकता।

पहली मछली ने एक दिन एक मछुआरे को दूसरों मछुआरों से यह कहते सुना की , “झील अच्छी मछलियों से भरी पड़ी है, चलो कल मछली पकड़ने के लिए आते है।” यह सुनकर मछली अपने दोस्तों के पास दौड़कर गयी और उन्हें वह सब बताया जो उसने मछुआरों से सुना था।

उसने अन्य दो मछलियों को दूसरी झील में जाने के लिए कहा। अब दूसरी मछली ने यह कहते हुए मना कर दिया की, “जब मछुआरा आएगा, तो वह अपने आप को बचाने का कोई उपाय खोजेगी। वही तीसरी मछली ने यह कहते हुए असहमति जताई की “वह यहाँ कई वर्षों से रह रही है। वह इस झील को नहीं छोड़ कर जायेगी, जो होगा सो होगा।

बुद्धिमान मछली जोखिम नहीं उठाना चाहती थी और झील को छोड़ कर चली गयी । अगले दिन जब मछुआरे आए और जाल डाला। तो दोनों मछुआरे के पकड़े में आ गयी। चतुर मछली ने अपने दिमाग का इस्तेमाल किया, लेट गयी और मृत होने का नाटक किया। मछुआरों ने उसे फिर से तालाब में फेंक दिया। भाग्य के भरोसे तीसरी मछली जाल के चारोंमेर घूमती रही और तभी एक मछुआरे ने उसे मार डाला।

शिक्षा – समय रहते सजग हो जाना चाहिए। और भाग्य के भरोसे कभी भी नहीं रहना चाहिए।

कुत्ता और उसकी छाया (Majedar Kahaniya In Hindi)

एक दिन ऐसा हुआ कि एक कुत्ते को एक मांस का टुकड़ा मिला। उस मांस के टुकड़े को मुंह में लेकर वह घर की ओर जा रहा था। ताकि वह चैन से खाना खा सके। अब घर जाते समय उसे बहते पानी की धारा पर पड़े एक पुल को पार करना था। पार करते समय, उसने नीचे देखा, उसे अपनी परछाई नीचे पानी में पड़ती दिखाई दे रही थी । यह सोचकर कि यह मांस का एक और टुकड़ा वाला दूसरा कुत्ता है, उसने उसे भी खाने का मन बना लिया। इसलिए वह पानी में छाया पर भौंका, लेकिन जैसे ही उसने अपना मुंह खोला, मांस का टुकड़ा बाहर गिर गया, पानी में गिर गया और बह गया।

शिक्षा – लोभ से कभी कुछ हासिल नहीं होता।

व्यापारी का चौकीदार (Hindi Majedar Kahaniya)

एक बार की बात है एक अमीर व्यापारी था। उसके पास आमों का एक सुन्दर बगीचा था। एक चौकीदार उसके बगीचे की देखभाल करता था। उसका चौकीदार ईमानदार नहीं था। इसलिए, वह चौकीदार बदल देता है। अंत में, उसने एक चतुर व्यवस्था की। उसने दो पहरेदार लगा दिए। जिनमें से एक लंगड़ा और दूसरा अंधा था। उन्होंने इसे एक साथ देखा। लंगड़ा चल नहीं सकता था और अंधा नहीं देख सकता था। इसलिए उन्होंने ईमानदारी से काम किया। एक बार उनके मुंह में पानी आ गया। वे आम खाना चाहते थे। उन्होंने एक योजना के बारे में सोचा। अंधे ने लंगड़े को कंधे पर उठा लिया। लंगड़े ने उसे रास्ता दिखाया। इस तरह उन्हें पके आम मिल गए। उन्हें खाया और उनका आनंद उठाया।

शिक्षा – आवश्यकता आविष्कार की जननी है।

लोमड़ी और बकरी की कहानी (Majedar Kahaniya Hindi)

एक बार एक लोमड़ी अनजाने में एक गहरे कुएं में गिर गई, जिससे वह बाहर नहीं निकल सकी। कुछ देर बाद एक बकरी वहां से गुजरी और उसने लोमड़ी से पूछा कि वह नीचे क्या कर रही है। लोमड़ी ने कहा – सूखा पड़ने वाला है, इसलिए मैं सुरक्षित रहने और पानी पीने के लिए यहाँ नीचे कूद गयी। तुम भी नीचे क्यों नहीं उतर आती?” बकरी ने लोमड़ी की सलाह मान ली और कुएँ में कूद गई। लेकिन लोमड़ी तुरंत बकरी की पीठ पर सवार होकर और उसके लंबे सींगों पर पैर रखकर कुएँ के किनारे पर कूदने में सफल रही। बकरी को “अलविदा” कहा और अगली बार उसे याद करने के लिए कहा।

शिक्षा – मुसीबत में पड़े व्यक्ति की सलाह पर कभी भरोसा न करें।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको मजेदार कहानियाँ (Majedar Kahaniya In Hindi) बताई है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख मजेदार स्टोरी इन हिंदी (Funny Story in Hindi) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।

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