महाभारत में मरने वालों की संख्या – महाभारत युद्ध शुरू होने से पूर्व इसे टालने हेतु कई प्रयास किए गए, क्योंकि सभी को लगता था कि एक बार युद्ध शुरू हो गया तो हर दिन लाखों लोग मरेंगे। इस युद्ध में मात्र 18 दिनों में एक करोड़ से ज्यादा लोग शहीद हो गये।
महाभारत को मानव इतिहास का सबसे विनाशकारी युद्ध माना जाता है। जिसने पूरी दुनिया को योद्धाओं से खाली कर दिया था। यहां मात्र 18 दिनों में देश-दुनिया के सवा करोड़ योद्धा और सैनिक मारे गये। कुरूक्षेत्र के लगभग 40 किलोमीटर के दायरे में लड़े गए इस युद्ध की कुछ निशानियां आज भी हरियाणा के कुरूक्षेत्र में बची हुई हैं।
दोनों सेनाओं के बीच युद्ध के लिए 5 योजन अर्थात लगभग 40 किमी परिधि का स्थान रखा गया था। विष्णु पुराण के अनुसार चालीस किलोमीटर अर्थात चार कोस का घेरा छोड़ा गया था। दोनों और के शिविरों में सैनिकों के लिए भोजन व घायलों के इलाज की व्यवस्था थी। घोड़ों, हाथियों और रथों की अलग-अलग व्यवस्था थी। हजारों शिविरों में प्रचुर मात्रा में भोजन, अस्त्र-शस्त्र, यंत्र था कई वैद्य-शिल्पी वेतनभोगी रखे गए।
लेकिन क्या आप जानते है महाभारत में कितने लोग मरे थे? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। आज के इस लेख में हम आपको महाभारत में मरने वालों की संख्या कितनी थी, महाभारत युद्ध के बाद कितने लोग बचे थे आदि के बारे में जानकारी देने वाले है।
महाभारत में मरने वालों की संख्या कितनी थी (Mahabharat Me Marne Walo Ki Sankhya Kitni Thi)
महाभारत में मरने वालों की संख्या – करीब सवा करोड़ थी। इनमें से लगभग 70 लाख लोग कौरव पक्ष की ओर से और पांडव सेना की ओर से 44 लाख लोग मारे गए थे। इस युद्ध के बारे में कहा जाता है कि यहां इतना खून बहा था कि वहां की मिट्टी आज भी लाल है।
इस महान युद्ध में दोनों ओर से कुल 18 अक्षौहिणी सेनाएँ लड़ीं। महाभारत के अनुसार, एक अक्षौहिणी में 21,870 रथ, 21,870 हाथी, 65,610 घुड़सवार और 1,09,350 पैदल सेना शामिल थी। एक अक्षौहिणी सेना में घोड़ों, हाथियों और मनुष्यों की कुल संख्या 6,34,243 थी। इस तरह, अठारह अक्षौहिणी में कुल 1,14,16,374 सैनिक थे, जिनमें 3,93,660 हाथी, 27,55,620 घोड़े और 82,67,094 सैनिक शामिल थे।
महाभारत युद्ध के बाद कितने लोग बचे थे (Mahabharat Yudh Ke Baad Kitne Log Bache The)
महाभारत युद्ध के अंत में पांडवों की ओर से पांच भाइयों सहित 14 लोग जीवित बचे थे। कौरव पक्ष से जो लोग जीवित बचे थे वे थे द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा, कृत वर्मा और कौरवों तथा पांडवों के गुरु कृपाचार्य, साथ ही इस युद्ध में धृतराष्ट्र का पुत्र और दासी का पुत्र युयुत्सु भी जीवित था। धृतराष्ट्र का पुत्र होने के कारण युयुत्सु भी कौरव था, लेकिन धर्मात्मा होने के कारण उसने पांडवों की ओर से युद्ध लड़ा था।
लेख के बारे में
आज के इस लेख में हमने आपको महाभारत में मरने वालों की संख्या कितनी थी, महाभारत युद्ध के बाद कितने लोग बचे थे के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख महाभारत में मरने वालों की संख्या कितनी थी (Mahabharat Me Marne Walo Ki Sankhya Kitni Thi) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।