महाभारत का युद्ध कितने दिन तक चला था, महाभारत युद्ध में कितने लोग मरे थे?

Mahabharat Ka Yudh Kitne Din Chala Tha – महाभारत (Mahabharat) के युद्ध में पांडव और कौरव अर्धम के साथ कुरूक्षेत्र के मैदान में लड़े। महाभारत युद्ध के दौरान कई ऐसी विशेष घटनाएं घटीं जो आज भी लोगों के लिए शिक्षा, क्षेत्र, संदेश और उपदेश का काम करती हैं। माना जाता है कि गीता के उपदेश की उत्पत्ति महाभारत के युद्धक्षेत्र कुरूक्षेत्र से हुई थी, जो श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को प्राप्त हुई थी।

महाभारत का युद्ध द्वापर युग में धर्म की रक्षा के लिए लड़ा गया था। चूँकि यह कुरूक्षेत्र में लड़ा गया था इसलिए इसे कुरूक्षेत्र का युद्ध भी कहते है। इस युद्ध की सबसे विशेष बात यह थी कि स्वयं भगवान श्री कृष्ण (Shree Krishna) अर्जुन के सारथी बने थे। लेकिन क्या आप जानते है महाभारत का युद्ध कितने दिन तक चला था और महाभारत युद्ध में कितने लोग मरे थे? अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है –

महाभारत का युद्ध कितने दिन चला था (Mahabharat Ka Yudh Kitne Din Chala Tha)

महाभारत का युद्ध 18 दिनों तक चला था। ज्योतिषियों व जानकारों के अनुसार कलियुग के प्रारंभ से 6 माह पूर्व मार्गशीर्ष शुक्ल 14 को महाभारत का युद्ध आरंभ हुआ, जो लगातार 18 दिनों तक चलता रहा। महाभारत के आखिरी यानी अठारहवें दिन भीम दुर्योधन की जांघ पर प्रहार करता है, जिससे दुर्योधन की मृत्यु हो जाती है और इस प्रकार दुर्योधन की मृत्यु के कारण पांडव विजयी हो जाते हैं।

महाभारत युद्ध में 18 अंक का बहुत महत्व है। ऐसा इसलिए क्योंकि महाभारत ग्रंथ में कुल 18 अध्याय हैं। भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में 18 दिनों तक अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। महाभारत का युद्ध भी 18 दिनों तक चला था। इस युद्ध की समाप्ति पर भी केवल 18 लोग ही बचे थे।

महर्षि वेद व्यास जी ने भी भगवान गणेश की सहायता से मात्र 18 दिनों में इस ग्रंथ की रचना की थी। ऐसा माना जाता है कि जब इस ग्रंथ की रचना की गई तब तक महाभारत का युद्ध नहीं हुआ था, लेकिन महर्षि ने पहले ही इस युद्ध को अपनी दिव्य दृष्टि से देख लिया था और श्री गणेश ने इसे लिख दिया था।

इसी कारण से महाभारत के 18 अध्याय 18 दिनों में लिखे गए, अर्थात 1 अध्याय 1 दिन में और उसी अध्याय के अंतर्गत होने वाली घटनाएं घटित हुईं। ऐसे में महाभारत का युद्ध 18 अध्यायों के अनुसार 18 दिनों तक चला था।

सरल शब्दों में कहें तो ग्रंथ के जिस अध्याय में जो भी घटनाएं घटी थीं, असल में जब युद्ध हुआ था तब भी वैसी ही घटित हुई थीं और युद्ध 18 दिनों तक चला था। महाभारत के आखिरी यानी अठारहवें दिन भीम दुर्योधन की जांघ पर प्रहार करता है, जिससे दुर्योधन की मृत्यु हो जाती है और इस प्रकार दुर्योधन की मृत्यु के कारण पांडव विजयी हो जाते हैं।

युद्ध के कारण

महाभारत युद्ध की मुख्य वजह दुर्योधन का अहंकार था। दुर्योधन पांडवों को एक सुई भी ज़मीन देने के लिए तैयार नहीं था।

दुर्योधन को द्रौपदी द्वारा अंधे पुत्र कहना भी महाभारत का एक कारण माना जाता है।

कौरवों और पांडवों का एक दूसरे के साथ जुआ खेलना और द्रौपदी को दांव पर लगाना भी महाभारत युद्ध का एक कारण है।

इस युद्ध के और भी कई कारण हैं जिनमें से द्रौपदी का चीरहरण भी एक प्रमुख कारण है।

कौरवों की महत्वाकांक्षाएं चरम पर पहुंच चुकी थीं, वह अकेले ही सारा राज्य हड़पना चाहते थे।

राजा धृतराष्ट्र पुत्र मोह में इतने डूब गए थे कि उन्हें सही गलत भी नजर नहीं आ रहा था।

महाभारत युद्ध में कितने लोग मरे थे (Mahabharat Yudh Me Kitne Log Mare The)

महाभारत युद्ध में लगभग सवा करोड़ योद्धा-सैनिक शहीद हुए थे। इनमें से लगभग 70 लाख लोग कौरव पक्ष की ओर से और 44 लाख लोग पांडव सेना की ओर से मारे गए थे। महाभारत युद्ध के बारे में कहते है कि यहां इतना खून बहा था कि वहां की मिट्टी आज भी लाल है।

FAQs

महाभारत का युद्ध कितने वर्ष चला?
महाभारत का युद्ध 18 दिन चला।

महाभारत किसकी वजह से हुआ था?
महाभारत युद्ध के कई कारण है, जैसे दुर्योधन का अहंकार, द्रौपदी का चीरहरण आदि।

महाभारत में सबसे ज्यादा किसने मारा?
महाभारत में अर्जुन ने सबसे अधिक संख्या में सैनिकों को मारा।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको महाभारत का युद्ध कितने दिन तक चला था, महाभारत युद्ध में कितने लोग मरे थे के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख महाभारत का युद्ध कितने दिन तक चला था (Mahabharat Ka Yudh Kitne Din Tak Chala Tha) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।

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