कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय – आधुनिक जीवनशैली की गलत आदतों के कारण कम उम्र में ही ज्यादातर लोगों के बाल सफेद होने लगे हैं। कुछ लोगों को 20-25 साल की उम्र से ही सफेद बाल दिखाई देने लगते हैं।
बढ़ती उम्र के साथ बालों का सफेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन अगर यह कम उम्र में हो तो चिंता की बात है। अगर कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगे हैं तो इसके कई कारण हो सकते हैं। गलत जीवनशैली, जीन, पर्यावरण, कुछ बीमारियाँ, पोषक तत्वों की कमी जैसे कई कारण हैं जिनकी वजह से कम उम्र में ही बाल सफेद हो रहे हैं।
दरअसल, शरीर में हेयर फॉलिकल्स होते हैं। ये त्वचा कोशिकाओं में बहुत छोटी थैलियों की तरह पंक्तिबद्ध होते हैं। हेयर फॉलिकल्स में मेलेनिन नामक वर्णक कोशिकाएं होती हैं। यही मेलेनिन बालों को उनका रंग देता है। लेकिन उम्र के साथ बालों की जड़ों में पिगमेंट कम होने लगते हैं जिससे बालों का प्राकृतिक रंग बदल जाता है।
आज के इस लेख में हम आपको कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय – छोटी उम्र में बाल सफेद होने के कारण के बारे में जानकरी देने वाले है।
कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय – छोटी उम्र में बाल सफेद होने के कारण
ऐसा आमतौर पर हेयर फॉलिकल्स में मौजूद मेलेनिन पिगमेंट के रिलीज़ न होने के कारण होता है। दरअसल, जब मेलेनिन मेलेनोसोम से निकलकर बालों के शाफ्ट में नहीं आता तो बालों का रंग सफेद होने लगता है। इसके लिए मेलेनोसोम फट जाता है और तभी उसमें से मेलेनिन निकलकर बालों की जड़ों में आ जाता है जिससे बालों का रंग काला, भूरा या सुनहरा हो जाता है।
इसके न फटने के कई कारण हो सकते हैं। ऐसा प्रदूषण के कारण भी हो सकता है और पोषक तत्वों की कमी के कारण भी। हालाँकि, ज्यादातर मामलों में यह जीन के कारण होता है।
कम उम्र में बाल सफेद होने के कई कारण होते हैं, लेकिन जीन का प्रभाव सबसे बड़ा होता है। आनुवंशिक स्थितियों में ऑटोसोमल प्रभावी होता है, इसका मतलब है कि यह माता-पिता से आता है।
इसके अलावा मानसिक समस्या, तनाव, धूम्रपान, शराब पीना जैसे जीवनशैली से जुड़े कारण भी इसका कारण हो सकते हैं। इसके साथ ही आयरन की कमी, विटामिन बी-12 की कमी या विटामिन डी3 की कमी होने पर भी बाल समय से पहले सफेद हो सकते हैं। थायराइड जैसी बीमारी के कारण भी बाल कम उम्र में सफेद हो सकते हैं।
उपाय –
सबसे पहले यह जानना होगा कि कम उम्र में बाल सफेद क्यों हो रहे हैं। अगर तनाव, ऑटोइम्यून बीमारी, थायराइड, विटामिन बी12, डी3 की कमी के कारण ऐसा हो रहा है तो सबसे पहले इसका निदान किया जा सकता है। इसके बाद इसे कुछ दवाओं से ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर यह आनुवांशिक कारणों से है तो बालों को सफेद होने से रोकने की संभावना बहुत कम होती है।
वही अगर किसी चीज की कमी के कारण बाल सफेद हो रहे हैं तो सबसे पहले उसका इलाज किया जाता है। अगर किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण बाल सफेद हो रहे हैं तो इसका इलाज किया जा सकता है। अगर बाल सफेद होने का कोई कारण नहीं पता चलता तो दवा दी जाती है लेकिन इसके कई साइड इफेक्ट होते हैं इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के इनका सेवन नहीं करना चाहिए।
बाल सफ़ेद न हो इसके लिए क्या करे –
सबसे पहले आहार को सही करना चाहिए, क्योंकि आजकल हेल्दी खाना नहीं खाया जा रहा है। अगर किसी को आलू पसंद है तो वह ज्यादातर समय आलू ही खाएगा. ये गलत तरीका है। इसके अलावा जंक फूड का चलन भी बढ़ गया है। ये सब बालों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है, इसलिए व्यक्ति को स्वस्थ भोजन करना चाहिए।
स्वस्थ भोजन का मतलब मौसमी सब्जियों, फलों आदि का मिश्रित रूप है, जिसमें सभी पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। आमतौर पर हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज, मौसमी फल आदि का सेवन बालों के लिए बेहतर होता है। इसके अलावा व्यायाम भी जरूरी है।
1) करी पत्ता और नारियल तेल
करी पत्ता और इसका तेल सफेद बालों को बढ़ने से भी रोकता है। विभिन्न विटामिन और खनिजों के अलावा, इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो बालों को मजबूत करते हैं और सफ़ेद होने से रोकते हैं। नारियल का तेल कलर पिगमेंट की रक्षा के लिए जाना जाता है। अगर आप इन दोनों को मिलाकर अपने बालों पर लगाएंगे तो इससे आपके बाल काफी स्वस्थ हो जाएंगे और उन्हें सफेद होने से भी रोकेंगे।
लेख के बारे में
आज के इस लेख में हमने आपको कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय – छोटी उम्र में बाल सफेद होने के कारण के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय (Kam Umra Me Baal Safed Hone Ke Karan Aur Upay) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।