Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/webhhehb/bhagymat.in/wp-includes/functions.php on line 6114
सनातन धर्म कितना पुराना है (Hindu Dharm Kitna Purana Hai In Hindi)

हिन्दू धर्म कितना पुराना है, सनातन धर्म कितना पुराना है – Sanatan Dharma Kitna Purana Hai

Hindu Dharm Kitna Purana Hai: हिंदू धर्म, जिसे सनातन धर्म भी कहा जाता है, दुनिया का सबसे पुराना धर्म है। इसकी उत्पत्ति मानव इतिहास से परे है। हिंदू धर्म को विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म’ भी कहा जाता हैं, जिसका अर्थ है – इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पूर्व से है।

हिंदू प्रथाओं में पूजा-पाठ, जप, ध्यान, परिवार-उन्मुख संस्कार, त्यौहार और तीर्थयात्रा जैसे अनुष्ठान शामिल हैं। विभिन्न योगों के अभ्यास से, कुछ हिंदू अपनी सामाजिक दुनिया और भौतिक संपत्ति को त्याग देते हैं और मोक्ष प्राप्त करने के लिए आजीवन संन्यास लेते हैं।

लेकिन क्या आप जानते है सनातन हिन्दू धर्म कितना पुराना है। अगर नहीं तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े, क्योकि आज के इस लेख में हम आपको सनातन हिन्दू धर्म कितना पुराना है के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते है –

हिन्दू धर्म कितना पुराना है (Sanatan Dharma Kitna Purana Hai)

वर्तमान शोधों के अनुसार हिन्दू धर्म 12 से 15 हजार वर्ष पुराना तथा ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुराना माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिन्दू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना बताया जाता है। हिन्दू धर्म में स्वयंभुव मनु का जन्म सबसे पहले 9057 ईसा पूर्व, वैवस्वत मनु का जन्म 6673 ईसा पूर्व, भगवान श्री राम का जन्म 5114 ईसा पूर्व व भगवान श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व में हुआ था।

कुल चार युग बताए गए है, सतयुग, द्वापर युग, त्रेतायुग और कलियुग । और अभी कलियुग चल रहा है, यह कलियुग का प्रथम चरण है। कलियुग समाप्त होने में 4,26,875 वर्ष शेष बचे है।

वेदों के अनुसार सतयुग लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष, त्रेतायुग 12 लाख 96 हजार वर्ष, द्वापर युग 8 लाख 64 हजार वर्ष और कलयुग 4 लाख 32 हजार वर्ष बताया गया है।

कलियुग के बारे में (Kaliyug In Hindi)

शास्त्रों में कलियुग में धर्म का लोप, बुराइयों और दुष्कर्मों की वृद्धि आदि बातों का वर्णन किया गया है। इस युग में, पृथ्वी पर सभी प्राणियों में केवल मनुष्य ही सर्वश्रेष्ठ होते है, कोई देवता, राक्षस, यक्ष या गंधर्व नहीं हैं। इस युग में अच्छे कर्म करने वालों को देवता माना जाता है और बुरे व पापी लोगों की तुलना राक्षसों से की जाती है।

कलियुग के बारे में महर्षि वेदव्यास जी ने महाभारत में भविष्यवाणी की थी कि इस युग में मनुष्यों में वर्ण एवं आश्रम संबंधी प्रवृत्ति नहीं होगी तथा वेदों को मानने वाले भी नहीं होंगे। यहां तक कि लोग शादी के लिए गोत्र, जाति और धर्म का भी ध्यान नहीं रखेंगे। शिष्य गुरु के अधीन नहीं रहेगा, जैसे-जैसे कलियुग का समय बीतता जाएगा, घोर कलियुग आ जाएगा।

FAQs

पृथ्वी पर सबसे पहला धर्म कौन सा है?
पृथ्वी पर सबसे पहला धर्म हिन्दू धर्म है।

कौन सा धर्म पुराना है हिन्दू या इस्लाम?
हिन्दू धर्म सबसे पुराना है।

क्या हिंदू धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म है?
हाँ, हिंदू धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म है।

हिंदू धर्म में पहला व्यक्ति कौन है?
हिंदू धर्म में पहला व्यक्ति स्वायंभुव मनु है।

ओरिजिनल धर्म कौन सा है?
ओरिजिनल धर्म हिंदू धर्म है।

भारत में पहला हिंदू कौन था?
भारत में पहला हिंदू स्वायंभुव मनु थे।

पृथ्वी पर पहला व्यक्ति कौन था?
पृथ्वी पर पहला व्यक्ति स्वायंभुव मनु थे।

लेख के बारे में

आज इस लेख के माध्यम से हमने आपको हिन्दू धर्म कितना पुराना है, सनातन धर्म कितना पुराना है (Sanatan Dharm Kitna Purana Hai) इसके बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख सनातन धर्म कितना पुराना है अच्छा लगा है तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।

Leave a Comment