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धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं - Dharmnirpeksh Rajya Kise Kahate Hain

धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं, धर्मनिरपेक्ष राज्य से आप क्या समझते हैं और भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है?

धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं – आज के इस लेख में हम आपको धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं, धर्मनिरपेक्ष राज्य से आप क्या समझते हैं के बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप उपरोक्त जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो हमारे आज के धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं को अंत तक अवश्य पढ़े, तो आइये जानते है –

धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं / धर्मनिरपेक्ष राज्य से आप क्या समझते हैं?

धर्मनिरपेक्ष शब्द का अर्थ है ‘धर्म से अलग होना’ या धर्म के आधार पर न होना।धर्मनिरपेक्ष राज्य धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते हैं, बल्कि सभी धर्मों को समान रूप से देखते हैं। कानूनी फैसले भी धर्म को अलग रखकर लिए जाते हैं। यहां हर धर्म के लोगों को समान अधिकार होता हैं। जो राज्य धर्मनिरपेक्ष होते हैं वे किसी भी धर्म के प्रति निष्पक्ष होते हैं और उनके फैसले भी कानून आधारित होते हैं।

धर्मनिरपेक्षता का अर्थ क्या है (Dharmnirpekshta Ka Kya Arth Hai In Hindi)

धर्मनिरपेक्षता का मतलब है कि कोई भी राज्य या दल किसी भी व्यक्ति के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता है। धर्मनिरपेक्षता का मतलब किसी भी व्यक्ति की मान्यताओं और प्रथाओं का विरोध करना नहीं है, इन राज्यों में हर कोई स्वतंत्र रूप से अपने धर्म का पालन कर सकता है। इसके साथ ही किसी भी धर्म को न मानने वाले व्यक्ति को भी इन राज्यों में स्वतंत्रता और अधिकार मिलते हैं।

कई बार दो धर्मों के लोगों के बीच मतभेद की स्थिति पैदा हो जाती है, ऐसे राज्य का कर्तव्य है कि वह भाईचारा स्थापित करे और सच्चाई का पता लगाकर निर्णय ले। अदालतों आदि के मामलों में साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाती है, जिसके कारण धर्मनिरपेक्ष राज्यों में अदालतों के फैसले बहुमत या अल्पसंख्यक को देखकर नहीं लिए जाते हैं।

धर्मनिरपेक्षता का सकारात्मक प्रभाव (Positive Effect Of Secularism)

  • धर्मनिरपेक्षता की वजह से लोगों में सभी धर्मों के प्रति सम्मान की भावना विकसित होती है।
  • धर्मनिरपेक्षता सभी धर्मों के लोगों को एक-दूसरे से जुड़ने का अवसर प्रदान करती है।
  • कोई भी व्यक्ति हर धर्म के त्योहारों को खुले कर मना सकता है।
  • धर्मनिरपेक्षता से मानवता व मानव कल्याण को बढ़ावा मिलता है।
  • किसी भी धर्म के लोग असुरक्षित महसूस नहीं करते और न्यायपालिका पर भरोसा रखते हैं।
  • दूसरे धर्मों के प्रति कट्टरता और विद्वेष का अंत होता है।

धर्मनिरपेक्षता के नकारात्मक प्रभाव (Negative Effect Of Secularism)

  • धर्मनिरपेक्षता को लेकर कई लोगों का मानना है कि यह पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
  • धर्मनिरपेक्षता के कारण विवाद की स्थिति में सही का समर्थन करने पर भी आरोपों का सामना करना पड़ता है।
  • धर्मनिरपेक्षता कई मामलों में वोट बैंक के लिए काम कर सकती है और राजनीतिक स्तर पर इसे प्रभावित कर सकती है।
  • यदि कोई राज्य अल्पमत के निर्णय को स्वीकार नहीं करता है तो उस पर धर्मनिरपेक्ष न होने के आरोप अधिक लगते हैं और इसके विपरीत बहुमत के निर्णय को स्वीकार न करने पर भी धर्मनिरपेक्ष छवि प्रभावित हो सकती है। कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।

धर्मनिरपेक्षता का विकास (Dharmnirpekshta Ka Vikas)

1947 में आज़ादी के समय जब भारत और पाकिस्तान आज़ाद हुआ, तो पाकिस्तान ने खुद को इस्लामिक राज्य घोषित कर दिया। इसी समय भारत ने स्वयं को धर्मनिरपेक्ष राज्य की उपाधि अर्थात सेक्युलर दे दी। धर्मनिरपेक्षता को अंग्रेजी में सेक्युलरिज्म कहा जाता है।

इस दुनिया में कई देश हैं और हर देश को चलाने के लिए सरकार की जरूरत होती है। सरकार का काम हमारे देश के नागरिकों की सभी बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है, जैसे कि उनके लिए रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी सुविधाएं।

इसी तरह हर देश के नागरिकों की अलग-अलग मान्यताएं होती हैं, जो लोग धार्मिक आस्था रखते हैं। यदि हम भारत का उदाहरण लें तो भारत में विभिन्नताएं देखी जा सकती हैं। भारत की विविधता की बात करें तो पूरी दुनिया की विविधता अकेले भारत में ही मिलेगी। यहां लोगों की भाषा, पहनावा, खान-पान, रंग, संप्रदाय और सोच में विविधता पाई जाती है। भारत में हर प्रकार से विविधता पाई जाती है। यही विविधता में एकता है। उन्हीं विविधताओं में से एक है धार्मिक विविधता, यानी धर्म की विविधता।

FAQs

धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं?
धर्मनिरपेक्ष राज्य से तात्पर्य ऐसे राज्य से है, जो किसी विशेष धर्म को राजधर्म के रूप में मान्यता नहीं देता, बल्कि सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करता है और उन्हें समान सुरक्षा प्रदान करता है।

क्या भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है?
हाँ, भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं, धर्मनिरपेक्ष राज्य से आप क्या समझते हैं के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख धर्मनिरपेक्ष राज्य किसे कहते हैं, धर्मनिरपेक्ष राज्य से आप क्या समझते हैं अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।

Credit – GYAANGRANTH

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