What Is Broadband In Hindi | Broadband Kya Hota Hai In Hindi: आज के समय में लगभग सभी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, और लगभग सभी कामों के लिए इंटरनेट की जरूरत होती है। इसलिए हर कोई तेज गति से इंटरनेट का उपयोग करना चाहता है क्योंकि इंटरनेट की धीमी गति के कारण 10 मिनट के काम में भी 1 घंटे का समय लग जाता है। ब्रॉडबैंड के माध्यम से उपयोगकर्ता उच्च गति से इंटरनेट का उपयोग करने में सक्षम होता है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि ब्रॉडबैंड क्या है, ब्रॉडबैंड कैसे काम करता है, ब्रॉडबैंड के प्रकारफायदे और नुकसान क्या हैं और ब्रॉडबैंड क्यों लेना चाहिए। अगर नहीं तो इसके लिए आपको इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा। तो चलिए आपका ज्यादा समय ना लेते हुए इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं कि ब्रॉडबैंड क्या है विस्तार से।
ब्रॉडबैंड क्या है? (Broadband Kya Hai In Hindi)
ब्रॉडबैंड, जिसे व्यापक रूप से प्रयुक्त बैंडविड्थ भी कहा जाता है, एक उच्च गति वाला इंटरनेट है जो लंबी दूरी पर उच्च गति (हाई स्पीड) से डेटा संचारित करने में सक्षम है। ब्रॉडबैंड में डेटा ट्रांसमिशन के लिए कोएक्सिअल केबल, फाइबर ऑप्टिक केबल या रेडियो तरंगों का उपयोग किया जाता है।
ब्रॉडबैंड का पूरा नाम ब्रॉड बैंडविड्थ है, यह शब्द हाई स्पीड और हाई बैंडविड्थ संचार को संदर्भित करता है। ब्रॉडबैंड के इस्तेमाल से यूजर्स तेज स्पीड में इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं।
ब्रॉडबैंड पुराने डायल-अप कनेक्शन में सिंगल लाइन के बजाय डेटा ट्रांसफर करने के लिए एक से अधिक बैंड का उपयोग करता है, इसलिए ब्रॉडबैंड पारंपरिक डायल-अप इंटरनेट कनेक्शन की तुलना में डेटा को तेजी से प्रसारित करता है। ब्रॉडबैंड डायल-अप कनेक्शन की आवश्यकता को समाप्त करते हैं, और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को बेहतर इंटरनेट एक्सेस अनुभव प्रदान करते हैं।
भारत में ब्रॉडबैंड की शुरुआत 15 अगस्त 1995 को हुई थी और इसे विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) ने लॉन्च किया था।
ब्रॉडबैंड का मतलब | Meaning Of BroadbandIn Hindi
ब्रॉडबैंड एक शब्द है जिसका उपयोग उच्च गति और उच्च बैंडविड्थ संचार अवसंरचना के लिए किया जाता है। इसका उपयोग तेज इंटरनेट प्रदान करने के लिए किया जाता है।
ब्रॉडबैंड फुल फॉर्म | Broadband Ka Full Form In Hindi
ब्रॉडबैंड का फुल फॉर्म ब्रॉड बैंडविड्थ है जिसका हिंदी में मतलब होता है- व्यापक बैंडविड्थ या ब्रॉडबैंड इंटरनेट अभिगम।
ब्रॉडबैंड कैसे काम करता है?
ब्रॉडबैंड पुराने डायल-अप कनेक्शन में उपयोग की जाने वाली सिंगल लाइन के बजाय कई लाइनों के माध्यम से डेटा प्रसारित करता है, ताकि उपयोगकर्ता उच्च गति पर इंटरनेट का उपयोग कर सके।
आप ब्रॉडबैंड को एक हाईवे की तरह सोच सकते हैं जिसमें कई लाइनें हों और कई ट्रेनें चल सकें। यहां हाईवे वह लाइन है जिसके माध्यम से डेटा प्रसारित होता है और आप ट्रेनों को डेटा पैकेट के रूप में समझ सकते हैं। ब्रॉडबैंड के माध्यम से, उच्च गति के इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से एक बार में कई डेटा पैकेट प्रसारित किए जा सकते हैं।
ब्रॉडबैंड के प्रकार | Types of Broadband
ब्रॉडबैंड कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से हम आपको प्रमुख ब्रॉडबैंड के बारे में बता रहे है जिनका सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।
- DSL Broadband | डीएसएल ब्रॉडबैंड
- Cable Modem | केबल मॉडम
- Fiber Optics | फाइबर ऑप्टिक्स
- Wireless Broadband | वायरलेस ब्रॉडबैंड
- Satellite Broadband | सैटेलाइट ब्रॉडबैंड
- Broadband Over Power Lines | ब्रॉडबैंड ओवर पावर लाइन्स
DSL Broadband | Digital Subscriber Line
डीएसएल यानी डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन सबसे तेज और व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला ब्रॉडबैंड है। यह घरों या कार्यालयों में पहले से मौजूद तांबे के तारों पर टेलीफोन लाइनों के माध्यम से डेटा प्रसारित करता है। डीएसएल ब्रॉडबैंड की गति कई सौ केबीपीएस से लेकर लाखों एमबीपीएस तक होती है।
डीएसएल ब्रॉडबैंड भी दो प्रकार के होते हैं – एसिमेट्रिकल डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन (एडीएसएल) और सिमेट्रिकल डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन (एसडीएसएल)।
ADSL – एसिमेट्रिकल डीएसएल ब्रॉडबैंड (Asymmetrical DSL Broadband)
एसिमेट्रिकल डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन, जिसे संक्षेप में एएसडीएल कहा जाता है, इस प्रकार के डीएसएल ब्रॉडबैंड बड़ी मात्रा में डेटा प्राप्त करते है लेकिन बड़ी मात्रा में डेटा नहीं भेजते है। यह ब्रॉडबैंड घरों के लिए बहुत उपयुक्त है क्योंकि घरों में लोग ज्यादातर वीडियो देखने, वेब ब्राउज़ करने, गेम खेलने आदि के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं।
SDSL – सिमेट्रिकल डिजिटल कंस्यूमर लाइन (Symmetrical Digital Consumer Line)
सममित डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन (Symmetrical Digital Consumer Line), जिसे संक्षिप्त रूप में एसडीएसएल कहा जाता है। इस प्रकार के डीएसएल ब्रॉडबैंड में बड़ी मात्रा में डेटा भेजा और प्राप्त किया जा सकता है। SDSL का उपयोग मुख्य रूप से व्यवसाय में किया जाता है क्योंकि इंटरनेट का उपयोग व्यवसाय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसे कार्यों के लिए भी किया जाता है जिसके लिए उच्च बैंडविड्थ की आवश्यकता होती है।
केबल मोडेम
इस प्रकार का ब्रॉडबैंड केबल कंपनियों द्वारा प्रदान किया जाता है जो कोएक्सिअल केबल का उपयोग करके डेटा संचारित करते हैं। केबल मॉडम ब्रॉडबैंड के जरिए आप इंटरनेट के साथ-साथ टेलीविजन की भी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। केबल मोडेम बाहरी उपकरण होते हैं जो 1.5 एमबीपीएस या उससे अधिक की गति से डेटा संचारित कर सकते हैं।
फाइबर ऑप्टिक्स ब्रॉडबैंड
फाइबर ऑप्टिक्स एक नए प्रकार का ब्रॉडबैंड है जो विद्युत संकेतों को प्रकाश में बदलने के लिए फाइबर ऑप्टिक तकनीक का उपयोग करता है। विद्युत संकेत डेटा ले जाते हैं। फाइबर ब्रॉडबैंड के डेटा ट्रांसमिट करने की स्पीड केबल मॉडम और डीएसएल केबल की तुलना में ज्यादा होती है। कई दूरसंचार कंपनियां फाइबर ऑप्टिक ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करती हैं।
वायरलेस ब्रॉडबैंड
वायरलेस ब्रॉडबैंड की मदद से, इंटरनेट सेवा प्रदाता (आईएसपी) ग्राहक को रेडियो सिग्नल के माध्यम से डेटा संचारित करते हैं। वायरलेस ब्रॉडबैंड का उपयोग उन क्षेत्रों में किया जाता है जहां टेलीफोन लाइनों या केबल के माध्यम से इंटरनेट तक पहुंचाना मुश्किल होता है। इसमें एक रेडियो सिग्नल के जरिए यूजर और ISP के बीच डेटा ट्रांसमिट होता है। इस ब्रॉडबैंड की स्पीड ज्यादा नहीं है।
सैटेलाइट ब्रॉडबैंड
सैटेलाइट ब्रॉडबैंड वायरलेस ब्रॉडबैंड का एक रूप है। सैटेलाइट ब्रॉडबैंड उन क्षेत्रों में इंटरनेट एक्सेस प्रदान करता है जहां केबल और रेडियो सिग्नल के माध्यम से डेटा संचारित करना असंभव है। अधिकांश दूरस्थ क्षेत्रों में, इंटरनेट सेवा केवल सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के माध्यम से प्रदान की जाती है।
सैटेलाइट ब्रॉडबैंड का मुख्य उद्देश्य पूरी दुनिया को इंटरनेट सेवा प्रदान करना है। इस प्रकार के ब्रॉडबैंड की स्पीड बहुत कम होती है। आम तौर पर डाउनलोड के लिए 500 केबीपीएस और अपलोड के लिए 80 केबीपीएस।
ब्रॉडबैंड ओवर पावर लाइन्स
ब्रॉडबैंड ओवर पावर लाइन्स एक ऐसी प्रक्रिया है। जो पावर-लाइन कम्युनिकेशन को पब्लिक इलेक्ट्रिक पावर डिस्ट्रीब्यूशन वायरिंग पर हाई स्पीड डिजिटल डाटा ट्रांसमिशन करने की परमिशन प्रदान करती है। ब्रॉडबैंड ओवर पावर लाइन्स लम्बी दुरी पर हाई रेट कम्युनिकेशन के लिए पावर लाइन कम्युनिकेशनके अन्य रूप की अपेक्षा हाई फ्रेक्वेंसीएस, वाइड फ्रीक्वेंसी रेंज के अलावा और भी कई तकनीकों का उपयोग करता है।
ब्रॉडबैंड के लाभ
ब्रॉडबैंड कनेक्शन में, इंटरनेट की गति डायल-अप कनेक्शन की तुलना में बहुत अधिक होती है, इसलिए उच्च गति से इंटरनेट तक पहुंचने के लिए ब्रॉडबैंड कनेक्शन का उपयोग किया जाता है।
ब्रॉडबैंड कनेक्शन में आपको डायल अप कनेक्शन की तरह बार-बार इंटरनेट से कनेक्ट होने की जरूरत नहीं होती है। एक बार इंटरनेट कनेक्ट और चालू करने के बाद, यह हमेशा ऑन रहता है।
ब्रॉडबैंड में आपको अनलिमिटेड इंटरनेट एक्सेस मिलता है, आपको डेटा लिमिट के हिसाब से भुगतान नहीं करना पड़ता है। लगातार ऑनलाइन काम करने वालों के लिए ब्रॉडबैंड एक अच्छा विकल्प है।
ब्रॉडबैंड अधिक महंगा नहीं है, इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनियां बहुत सस्ती कीमत पर ब्रॉडबैंड सुविधा प्रदान करती हैं।
ब्रॉडबैंड की मदद से आप एक ही टेलीफोन लाइन के जरिए फोन कॉल और इंटरनेट की सुविधा का फायदा उठा सकते हैं, दोनों का एक साथ इस्तेमाल करने पर भी लाइन बिजी नहीं दिखाई देती है।
ब्रॉडबैंड के नुकसान
आप इंटरनेट का उपयोग करें या नहीं, आपको हर महीने मासिक शुल्क का पूरा भुगतान करना होगा। अगर आप ऑनलाइन ज्यादा काम नहीं करते हैं तो यह आपके लिए अच्छा विकल्प नहीं है।
दूर-दराज या ग्रामीण इलाकों में ब्रॉडबैंड मिलने में काफी दिक्कत होती है।
ब्रॉडबैंड अक्सर फिक्स होते हैं, जिसका अर्थ है कि आप उन्हें अपनी इच्छानुसार एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं ले जा सकते।
ब्रॉडबैंड के जरिए आप तेज गति से इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है।
आपको ब्रॉडबैंड क्यों लेना चाहिए?
अगर आपके मन में अभी भी यह सवाल आ रहा है कि आपको ब्रॉडबैंड का इस्तेमाल क्यों करना चाहिए, तो डायल-अप कनेक्शन की तुलना में ब्रॉडबैंड के कई फायदे हैं। ब्रॉडबैंड में आपको बार-बार इंटरनेट कनेक्ट करने की जरूरत नहीं है, अगर आप एक बार इंटरनेट कनेक्ट करते हैं तो यह हमेशा कनेक्ट रहता है। साथ ही, डायल अप कनेक्शन की तुलना में ब्रॉडबैंड में इंटरनेट की स्पीड बहुत अधिक होती है। और आप निश्चित मासिक भुगतान पर असीमित सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
ब्रॉडबैंड लेने से पहले, आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आपको इंटरनेट का उपयोग क्यों करना है, इसका मतलब है कि यदि आप केवल वीडियो गेम खेलने, फिल्में देखने या इंटरनेट सर्फिंग के लिए ब्रॉडबैंड ले रहे हैं तो आप ADSL ब्रॉडबैंड ले सकते हैं, और यदि आपको कार्यों के लिए इंटरनेट की आवश्यकता है जैसे डेटा अपलोड, वीडियो कॉल तो आप एसडीएसएल ब्रॉडबैंड ले सकते हैं।
लगभग सभी दूरसंचार कंपनियां ब्रॉडबैंड सुविधा प्रदान करती हैं, आप ब्रॉडबैंड लेने से पहले सभी कंपनियों की कीमतों, अपने क्षेत्र में कंपनी के नेटवर्क आदि के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। इसके बाद आप तय कर सकते हैं कि किस कंपनी के ब्रॉडबैंड का उपयोग करना सही है।
भारत में सर्वश्रेष्ठ ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता
भारत में कई ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता हैं जहां से आप ब्रॉडबैंड कनेक्शन ले सकते हैं, हमने आपको नीचे कुछ बेहतरीन ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाताओं के नाम बताए हैं –
- एयरटेल ब्रॉडबैंड
- बीएसएनएल ब्रॉडबैंड
- एमटीएनएल ब्रॉडबैंड
- गिगाटेल ब्रॉडबैंड
- एक्सीटेल ब्रॉडबैंड
- जिओ ब्रॉडबैंड
- वीआई ब्रॉडबैंड
वाई-फाई और ब्रॉडबैंड में अंतर | Difference Between Wi-Fi And Broadband In Hindi
- वाई-फाई वायरलेस कनेक्टिविटी है जो इंटरनेट कनेक्शन प्रोवाइड करने के लिए रेडियो तरंगों का इस्तेमाल करती है। ब्रॉडबैंड ओपन कनेक्टिविटी है जिसमें हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन हमेशा अवेलेबल रहता है।
- वाई-फाई में बड़ी पोर्टेबिलिटी है। ब्रॉडबैंड में कम पोर्टेबिलिटी फीचर हैं।
- वाई-फाई अधिक नेटवर्क अवरोधन का सामना कर सकता है। ब्रॉडबैंड कम नेटवर्क अवरोधन का सामना कर सकता है।
- वाई-फाई बहुत महंगा है। ब्रॉडबैंड कम खर्चीला है।
- वाई-फाई उन बुनियादी उपकरणों पर डिपेंड करता है जो इंटरनेट का उत्पादन करते हैं। ब्रॉडबैंड बुनियादी उपकरणों पर डिपेंड नहीं है। इसमें हाई इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने की क्षमता है।
- वाई-फाई उपकरणों को घर और व्यावसायिक नेटवर्क से जोड़ता है। जबकि ब्रॉडबैंड उन नेटवर्क को इंटरनेट से जोड़ता है।
FAQ
ब्रॉडबैंड से क्या तात्पर्य है?
ब्रॉडबैंड एक प्रकार का इंटरनेट कनेक्शन है जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता उच्च गति से इंटरनेट का उपयोग कर सकता है।
ब्रॉडबैंड की लागत कितनी होती है?
ब्रॉडबैंड की कोई निश्चित कीमत नहीं होती है, सभी कंपनियों के ब्रॉडबैंड की कीमत इंटरनेट स्पीड के आधार पर अलग-अलग होती है।
वायरलेस ब्रॉडबैंड क्या है?
वायरलेस एक प्रकार का ब्रॉडबैंड है जिसके माध्यम से रेडियो सिग्नल के माध्यम से डेटा प्रसारित किया जाता है।
ब्रॉडबैंड और वाई-फाई में क्या अंतर है?
ब्रॉडबैंड एक इंटरनेट कनेक्शन है जो उपयोगकर्ता को इंटरनेट सेवाएं प्रदान करता है, जबकि वाई-फाई एक ऐसी तकनीक है जिसके माध्यम से आप अपने डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं।
भारत में ब्रॉडबैंड कनेक्शन कब स्थापित किया गया था?
भारत में ब्रॉडबैंड कनेक्शन की स्थापना 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा की गई थी।
लेख के बारे में
ब्रॉडबैंड एक ऐसी तकनीक है जो घरों या व्यवसायों को तेज गति से इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति देती है। अगर आपको भी अधिक इंटरनेट स्पीड की आवश्यकता है तो ब्रॉडबैंड आपकी धीमी इंटरनेट गति की समस्या का समाधान है।
हमने आपको ब्रॉडबैंड से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश की है, लेकिन अगर कोई जानकारी बची है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। और अगर आपको इस लेख (What Is Broadband In Hindi | Broadband Kya Hota Hai In Hindi) से कुछ सिखने को मिला तो लेख (What Is Broadband In Hindi | Broadband Kya Hota Hai In Hindi) को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजियेगा।