बागेश्वर धाम का रहस्य – लोग बागेश्वर धाम में समस्याओं के समाधान के लिए अर्जी लगाते हैं और भक्तों को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी से समस्या का तुरंत समाधान मिलता है।
बागेश्वर धाम सरकार की चर्चा देश ही नहीं विदेशों में भी जोरों पर रहती है। बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज का एक ऐसा चमत्कारी मंदिर है, जहां भक्त अपनी समस्या के लिए अर्जी लगाते हैं और फिर सुनवाई होती है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में काफी कुछ सुनने को मिल जाता है। धीरेंद्र शास्त्री का दावा है कि यहां अर्जी लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की समस्या का समाधान हो जाता है। दिव्य दरबार पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी लगाते है, लेकिन क्या आप जानते हैं बागेश्वर धाम के रहस्य क्या है, तो आइये जानते है –
बागेश्वर धाम का रहस्य इन हिंदी (Bageshwar Dham Ka Rahasya Kya Hai)
इन दिनों बागेश्वर धाम की चर्चा काफी जोरों शोरों पर है। बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज का एक प्राचीन और चमत्कारी मंदिर है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री से पहले यहां प्रसिद्ध संत पीढ़ी दर पीढ़ी दिव्य दरबार लगाते रहे हैं। लेकिन शुरुआत में इसका प्रचार इतनी तेजी से नहीं हुआ था, जितना वर्तमान में हो रहा है।
बागेश्वर धाम मंदिर की विशेषता यह है कि यहां आने वाले भक्तों की मनोकामना पूरी होती है और उनकी समस्याओं का समाधान होता है। मान्यता है कि बालाजी महाराज और सन्यासी बाबा की कृपा से सब कुछ सिद्ध हो जाता है। बागेश्वर धाम में धीरेंद्र शास्त्री से पहले उनके दादा भगवान दास गर्ग दरबार लगाते थे। धीरेंद्र शास्त्री ने अपना बचपन दादा की शरण में बिताया और दादा के साथ धार्मिक गतिविधियों में शामिल हो गए। साथ ही वे दरबार भी लगाने लगे और लोक कल्याण के कार्य करने लगे। इस तरह धीरेंद्र शास्त्री ने सफलता प्राप्त की।
बागेश्वर धाम की सच्चाई जानने के लिए रोजाना कई न्यूज चैनल और पत्रकार आते हैं, लेकिन किसी को कुछ नहीं मिलता। हर कोई हैरान है कि वे बिना बताए लोगों के मन की बात कैसे जान लेते हैं और उनका समाधान भी बता देते हैं।
आपको बताते हैं कि बागेश्वर धाम महाराज के अनुसार ये सब बागेश्वर बालाजी महाराज और सन्यासी बाबा की कृपा से कर पा रहे हैं। श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जिन्हें दुनिया बागेश्वर धाम के नाम से जानती है, उन पर राम के परम भक्त श्री हनुमान जी की कृपा है, जिससे वह पर्चे पर जो कुछ लिखते है, वही होता है।
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगती है हिंदी में (Bageshwar Dham Me Arji Kaise Lagti Hai)
अर्जी लगाने के लिए मंगलवार को भक्त बालाजी महाराज के बागेश्वर धाम पहुंचते हैं। इसलिए मंगलवार के दिन यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। यहां अर्जी करने की प्रक्रिया बेहद आसान है। आपको अपनी समस्या एक पर्ची पर लिखनी है। इसके बाद पर्ची को एक नारियल के साथ कपड़े में बांधकर यहीं परिसर में रख देना है।
परिसर में आपको लाल, पीले और काले कपड़े में बंधे नारियल मिल जाएंगे। इसका कारण यह है कि नारियल को लाल कपड़े में बांधा जाता है अगर अर्जी सामान्य है, नारियल पीले कपड़े में बांधा जाता है अगर अर्जी विवाह से संबंधित है और अगर अर्जी प्रेत बाधा से संबंधित है तो नारियल को काले कपड़े में बांधा जाता है।
अगर आप किसी वजह से बागेश्वर धाम नहीं पहुंच पाते हैं तो आप अपने घर के पूजा मंदिर में भी इसी प्रक्रिया के अनुसार अर्जी कर सकते हैं। घर से लगाई गयी अर्जी भी बालाजी महाराज जरूर स्वीकार करते हैं।
अर्जी स्वीकार हुई या नहीं ऐसे चलता है पता
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार यदि आपने भक्ति भाव से अर्जी लगाई है तो बालाजी महाराज इसे अवश्य स्वीकार करते हैं। आपकी अर्जी स्वीकार हुई है या नहीं, यह आपको अपने सपने से पता चल जाता है। अर्जी स्वीकार होने के बाद आपको या घर के किसी सदस्य को लगातार 2 दिनों तक सपने में बंदर दिखाई देंगे। अगर सपने में सिर्फ एक दिन ही बंदर दिखे तो समझ लीजिए कि आपकी अर्जी पहुंच गयी है लेकिन स्वीकार नहीं हुई है। वहीं अगर सपने में बंदर न दिखाई दे तो मंगलवार के दिन फिर से उसी प्रक्रिया से अर्जी लगाएं।
कैसे पहुंचें बागेश्वर धाम
अगर आप बागेश्वर धाम सरकार मंदिर जा रहे हैं तो आप सड़क मार्ग से या ट्रेन से या हवाई मार्ग से यहां पहुंच सकते हैं। जो लोग ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं, उनके लिए बागेश्वर धाम छतरपुर रेलवे स्टेशन या खजुराहो रेलवे स्टेशन से पहुँचा जा सकता है। आप इन रेलवे स्टेशन से धाम के लिए टैक्सी या बस आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। वहीं अगर आपको इस मंदिर तक सड़क मार्ग से जाना है तो उसके लिए भी आपको पहले खजुराहो आना होगा और फिर पन्ना रोड पर पन्ना गंज नाम के एक छोटे से कस्बे से 35 किलोमीटर आकर यहां पहुंचेंगे।
बागेश्वर धाम मंदिर का इतिहास (History Of Bageshwar Dham In Hindi)
बागेश्वर धाम मंदिर एक पुराना चमत्कारी मंदिर है। बागेश्वर धाम छतरपुर के पास बागेश्वर धाम में स्थित है और यह बालाजी का प्रसिद्द मंदिर है। यहां हनुमानजी के सामने महादेवजी का मंदिर है। बागेश्वर धाम मंदिर भगवान बालाजी का प्रसिद्ध मंदिर है। यह छतरपुर जिले के खजुराहो पन्ना रोड पर छोटे शहर गंज से 35 किमी की दूरी पर स्थित है। करीब 20-30 साल पहले 1986 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया था। उसके बाद यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध हुआ। सन् 1987 में संत सेतु लालजी महाराज का वहाँ आगमन हुआ। वे आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादा थे। उसके बाद वर्ष 2012 में भक्तों की समस्याओं के समाधान के लिए दरबार शुरू किया गया। उसके बाद वर्ष 2016 में बागेश्वर धाम में भूमि पूजन किया गया और फिर यह धाम समस्याओं के समाधान के लिए प्रसिद्ध हुआ।
लेख के बारे में
आज के इस लेख में हमने आपको बागेश्वर धाम का रहस्य क्या है (Bageshwar Dham Ka Rahasya Kya Hai) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख बागेश्वर धाम का रहस्य क्या है (Bageshwar Dham Ka Rahasya Kya Hai) अच्छा लगा है तो इसे सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।