अपराजिता का फूल किस भगवान को चढ़ता है (Aprajita Ka Phool Kis Bhagwan Ko Chadta Hai)

अपराजिता का फूल किस भगवान को चढ़ता है – हिंदू धर्म में कई पेड़-पौधों को बहुत पवित्र माना जाता है। ऐसे ही पौधों में से एक है अपराजिता। यह भगवान शिव के पसंदीदा पौधों में से एक माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि जिस घर में यह पौधा सही स्थान और दिशा में लगाया जाता है, वहां कभी कोई समस्या नहीं आती और भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती है।

वहीं, जब इस पौधे के फूलों की बात आती है तो इन्हें भी बहुत पवित्र माना जाता है। अपराजिता फूल के कुछ आसान उपाय भी आपके जीवन में समृद्धि ला सकते हैं।

आज के इस लेख में हम आपको अपराजिता का फूल किस भगवान को चढ़ता है के बारे में जानकारी देने वाले है, इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे। तो आइये जानते है –

अपराजिता का फूल किस भगवान को चढ़ता है (Aprajita Ka Phool Kis Bhagwan Ko Chadta Hai)

अपराजिता का फूल मां दुर्गा, शनि महाराज, भगवान शिव और भगवान विष्णु जी को चढ़ता है। भगवान विष्णु जी को यह फूल चढ़ाने से जीवन में सुख-समृद्धि और भगवान शिव जी को यह फूल चढ़ाने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है।

नीले रंग के अपराजिता के फूल को पूजा के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इसे मां दुर्गा का अवतार माना जाता है। इसका उपयोग दैनिक पूजा के दौरान किया जाता है। भगवान विष्णु को अपराजिता पुष्प अत्यंत प्रिय है। इस फूल को चढ़ाने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस फूल को चढ़ाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। भगवान शिव को भी अपराजिता का फूल बहुत पसंद है। भगवान शिव को अपराजिता के फूल चढ़ाने से दाम्पत्य जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

अपराजिता का फूल घर में लगाने से भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। अपराजिता को विष्णुप्रिया भी कहते हैं।आमतौर पर यह सफेद और नीले दो रंगों में पाया जाता है। लेकिन नीले रंग के अपराजिता के फूल को घर में लगाना बेहद शुभ माना जाता है।

अगर आप आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं तो अपराजिता के पांच फूल सोमवार या शनिवार के दिन किसी नदी में प्रवाहित कर दें, ऐसा करने से आर्थिक परेशानियां खत्म होती हैं। और अगर आपको नौकरी नहीं मिल रही है तो मां दुर्गा के सामने पांच फिटकरी के टुकड़े और 6 अपराजिता के फूल चढ़ाने से आपकी समस्या दूर हो सकती है।

शनिवार के दिन अपराजिता पुष्प से पीपल के वृक्ष की पूजा करने और शनि महाराज को अर्पित करने से शनि का अशुभ प्रभाव समाप्त होता है। इन सबके अलावा इस अपराजिता के फूल को भगवान को अर्पित करने से आप कर्ज, नौकरी में प्रमोशन की समस्या, विवाह संबंधी समस्याओं से भी बच सकते हैं।

अगर आपकी तिजोरी खाली है तो मंगलवार के दिन अपराजिता का फूल हनुमान जी के चरणों में अर्पित करें। पूजा के बाद इस फूल को ले जाकर अपनी तिजोरी में या जहां आप अपना पैसा रखते हैं वहां रख दें। कुछ ही समय में कृपा बरसने लगेगी और तिजोरी फिर से भर जाएगी।

धन की समस्या से निजात पाने के लिए आप सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाकर अपराजिता के फूल भी चढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही इस फूल को शनिवार के दिन शनिदेव को अर्पित करें। इससे आपकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होगी और आपको धन की कमी नहीं होगी।

जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा हो या वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ रही हों, उन्हें पांच अपराजिता के फूलों को सुनसान स्थान पर मिट्टी में गाड़ देना चाहिए। जमीन खोदते समय लकड़ी की वस्तुओं का प्रयोग करें। इससे शनि दोष दूर होगा।

अगर आपके घर में अकारण बीमारियां आती हैं तो अपराजिता के तीन फूल सोमवार के दिन शिवलिंग पर चढ़ाएं और सफेद कपड़े में बांधकर घर के किचन के ईशान कोण में रख दें। यह उपाय आपको किसी लंबी बीमारी से निजात दिलाएगा।

अपराजिता के पौधे की जड़ का चूर्ण बनाकर गाय के दूध और गाय के घी में मिलाकर खाने से पेट में जलन और अपच जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

अपराजिता के 10 ग्राम पत्तों को 500 मिली पानी में उबालें। फिर इसे छान लें। छने हुए पानी से गरारे करें। ऐसा करने से टॉन्सिल और गले की खराश से राहत मिलती है।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको अपराजिता का फूल किस भगवान को चढ़ता है (Aprajita Ka Phool Kis Bhagwan Ko Chadta Hai) इसके बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अपराजिता का फूल अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।

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