1 Unit Blood Kitna Hota Hai: जब हमारे शरीर में पर्याप्त रक्त होता है तो हम अच्छा और स्वस्थ महसूस करते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी शरीर में रक्त या हीमोग्लोबिन का अच्छा स्तर बनाए रखने की सलाह देते हैं। लेकिन कई लोगों को शरीर में खून की कमी का सामना करना पड़ता है। शरीर में खून की कमी होने पर व्यक्ति को थकान और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर शरीर में खून की कमी है तो ये लक्षण दिखना स्वाभाविक हो सकता है, और इस स्तिथि में खून चढ़ाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
लेकिन क्या आप जानते है 1 यूनिट ब्लड कितना होता है, 1 यूनिट ब्लड कितना ग्राम होता है, अगर नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। आज के इस लेख में हम आपको 1 यूनिट ब्लड में कितना ग्राम होता है, एक यूनिट में कितना ग्राम खून होता है के बारे में जानकारी देने वाले है, अगर आप उपरोक्त जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख के अंत तक बने रहे, तो आइये जानते है –
एक यूनिट में कितना खून होता है (1 Unit Mein Kitna Khoon Hota Hai)
एक यूनिट में खून की मात्रा करीब 450 एमएल (450 मिलीमीटर) यानी 477 ग्राम होती है। मनुष्य का रक्त चार प्रकार का होता है A, O, B, AB, + और – ।
खून की कमी के लक्षण (Khoon Ki Kami Ke Lakshan)
अगर शरीर में खून की कमी हो जाए तो कई तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ये लक्षण थकान से लेकर बेहोशी तक कुछ भी हो सकते हैं। अगर सही समय पर इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो समस्या गंभीर नहीं होती। तो आइये जानते है खून की कमी के लक्षण –
- कमजोरी, थकान महसूस होना
- दिल की धड़कन का असामान्य महसूस होना
- सांस लेने में दिक्कत होना
- सिरदर्द होना और ये समस्या बढ़ना
- तेज चक्कर आना
- त्वचा का पीला पड़ना
- त्वचा का सफेद दिखना
- जीभ, नाखूनों के अंदर सफेदी
- चेहरे या पैरों पर सूजन दिखाई देना
खून की जरूरत कब पड़ती है?
बड़ी दुर्घटना के बाद या सर्जरी के समय मरीजों को सबसे ज्यादा खून की जरूरत होती है क्योंकि उनके शरीर में काफी खून की कमी हो जाती है। प्रसव या मिसकैरेज के बाद भी मां या नवजात की जान बचाने के लिए खून की जरूरत होती है। खून की भारी कमी, ब्लड कैंसर, हीमोफिलिया, थैलेसीमिया जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को लगातार रक्त चढ़ाने की जरूरत होती है। इसके अलावा कुछ और परिस्थितियों में भी खून की जरूरत पड़ सकती है।
प्रत्येक ओपन हार्ट सर्जरी के लिए औसतन 6 यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है जबकि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को 100 यूनिट तक रक्त की आवश्यकता हो सकती है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती होने वाले हर 10 में से 1 व्यक्ति को ब्लड की जरूरत होती है। एक यूनिट रक्त (450 मिली) कम से कम 3 लोगों की जान बचा सकता है। दिल्ली जैसे शहरों में जरूरत से 200 फीसदी ज्यादा खून उपलब्ध है, जबकि बिहार जैसे राज्यों में 85 फीसदी खून की कमी है। इसका सबसे बड़ा कारण गलत धारणाओं के चलते लोग रक्तदान नहीं कर रहे हैं।
भारत में ब्लड की कितनी है आवश्यकता?
भारत में हर साल लगभग 40 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, जिसमें से केवल 40 लाख यूनिट ही उपलब्ध हो पाता है। रक्तदान को महादान कहा जाता है क्योंकि हमारे रक्त का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। देश में रक्त की जरूरत को पूरा करने के लिए प्रतिदिन 38,000 रक्तदान की आवश्यकता होती है। हर साल कुल 3 करोड़ ब्लड कॉम्पोनेंट लोगों को चढ़ाए जाते हैं। अस्पतालों में ज्यादातर ओ ग्रुप के ब्लड की डिमांड रहती है। हर साल करीब 10 लाख नए लोगों में कैंसर की पहचान हो रही है। इनमें से कई लोगों को और रक्त की आवश्यकता होगी। हमारे शरीर के वजन में खून का हिस्सा सिर्फ 7 फीसदी होता है। हर 2 सेकेंड में किसी न किसी को खून की जरूरत होती है।
रक्तदान इसलिए जरूरी है ताकि खून की कमी से एक दूसरे की जान न जाए। एक यूनिट रक्तदान की कमी शरीर में 24 घंटे में पूरी हो जाती है। थैलेसीमिया एप्लास्टिक एनीमिया, कैंसर से पीड़ित मरीजों को लगातार रक्त की जरूरत होती है, ऐसे में लोगों को स्वेच्छा से रक्तदान करना चाहिए, लोगों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करें।
FAQs
1 यूनिट ब्लड कितना होता है?
1 यूनिट ब्लड 450 एमएल (450 मिलीमीटर) होता है।
1 यूनिट ब्लड कितना ग्राम होता है?
1 यूनिट ब्लड 477 ग्राम होता है।
लेख के बारे में
आज के इस लेख में हमने आपको 1 यूनिट ब्लड कितना होता है, 1 यूनिट ब्लड कितना ग्राम होता है के साथ साथ खून की जरूरत कब पड़ती है और भारत में ब्लड की कितनी आवश्यकता है, इसके बारे में भी जानकारी प्रदान की है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख एक यूनिट में कितना खून होता है (1 Unit Mein Kitna Khoon Hota Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।